Drnewsindia.com/मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में किसानों ने फसल बीमा राशि की मांग को लेकर अलग ही अंदाज़ में विरोध प्रदर्शन किया। ढाबला गांव में समाजसेवी एमएस मेवाड़ा के नेतृत्व में किसान पानी की टंकी पर चढ़ गए। हाथों में खराब सोयाबीन की फसल थी और साथ ही वे घंटी-थाली बजाकर अपनी आवाज़ बुलंद कर रहे थे।

5 साल से बीमा राशि का इंतजार
किसानों का आरोप है कि खराब फसल का बीमा मिलने का वादा सरकार ने किया था, लेकिन पिछले 5 साल से राशि अब तक नहीं मिली। उनका कहना है कि लगातार मौसम की मार से नुकसान हुआ है और वे कर्ज में डूबते जा रहे हैं।
गांव-गांव जारी है आंदोलन
बीते 11 दिनों से किसान अलग-अलग गांवों में लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।
- कहीं खेतों में धरना,
- कहीं जल सत्याग्रह,
- तो कहीं पेड़ों पर चढ़कर घंटी बजाने जैसे तरीके अपनाए जा रहे हैं।
ढाबला गांव की पानी की टंकी पर चढ़ा यह आंदोलन अब पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है।
प्रशासन तक नहीं पहुंच रही आवाज़
किसानों का कहना है कि वे कई बार कलेक्टर, एसडीएम और तहसीलदार को ज्ञापन सौंप चुके हैं, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। किसानों का आरोप है कि ज़मीन से आवाज़ उठाने पर सरकार तक सुनवाई नहीं होती, इसलिए वे अब ऊंचाई पर चढ़कर विरोध करने को मजबूर हैं।
आंदोलन का असर
ग्रामीणों के समर्थन से यह आंदोलन धीरे-धीरे और तेज़ होता जा रहा है। किसान प्रतिदिन नए-नए तरीकों से अपनी नाराज़गी जता रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक उन्हें बीमा राशि नहीं मिलती, तब तक धरना और प्रदर्शन जारी रहेगा।