
भोपाल नाका से कलेक्ट्रेट तक निकाली गई पदयात्रा, कृषि मंत्री को सौंपा गया ज्ञापन
drnewsindia.com/सीहोर जिलेभर के खाद, बीज और कीटनाशक दवाओं के विक्रेताओं ने बुधवार को केंद्रीय कृषि मंत्रालय के नियमों के खिलाफ एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन जिला कृषि आदान विक्रेता संघ के नेतृत्व में किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में विक्रेताओं ने भाग लिया।
प्रदर्शन का रूट और ज्ञापन सौंपने की प्रक्रिया

प्रदर्शनकारियों ने भोपाल नाके से कलेक्ट्रेट और फिर कृषि उपसंचालक कार्यालय तक पदयात्रा की। कलेक्ट्रेट में संघ के कार्यकारी अध्यक्ष सुनील राठी के नेतृत्व में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर आनंद राजावत को सौंपा गया। इसके बाद विक्रेताओं ने कृषि उपसंचालक कार्यालय में भी ज्ञापन सौंपकर अपनी मांगें रखीं।
विक्रेताओं की आपत्ति: “दोष कंपनी का, सज़ा हमें क्यों?”
विक्रेताओं ने अधिकारियों को बताया कि वे कृषि विभाग से लाइसेंस प्राप्त हैं और शासन द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार ही कंपनियों से उत्पाद खरीदते हैं। इसके बावजूद जब खाद, बीज या कीटनाशक में गुणवत्ता की कमी पाई जाती है, तो जांच दल कंपनियों पर कार्रवाई करने के बजाय विक्रेताओं को दोषी ठहराता है।
“हम विक्रेता हैं, निर्माता नहीं। उत्पाद की गुणवत्ता की ज़िम्मेदारी कंपनियों की होनी चाहिए।” — प्रदर्शनकारी विक्रेता
एफआईआर और दुकान सील होने से हो रहा नुकसान
विक्रेताओं का आरोप है कि विभाग सीधे उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर देता है और दुकानें सील कर देता है। इससे उन्हें लाखों रुपये का आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। उन्होंने मांग की कि ऐसी कार्रवाई कंपनियों पर होनी चाहिए, न कि अधिकृत विक्रेताओं पर।
अगला कदम: प्रदेश स्तर पर आंदोलन की चेतावनी
संघ ने स्पष्ट किया कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे प्रदेश स्तरीय आंदोलन की राह अपनाएंगे। प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा और पुलिस व्यवस्था भी तैनात रही