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सीहोर / जिले में आठ दिनों के बाद बरसात वापस आई है — पिछले 24 घंटों में आष्टा में 8 मिमी और जावर में 3 मिमी बारिश दर्ज हुई। साथ ही कल शहर का न्यूनतम तापमान 18°C रिकॉर्ड हुआ, जो इस मौसम में न्यूनतम 20°C से नीचे गिरने का पहला दिन है — ऐसे में ठंड के शुरू होने का असर स्पष्ट दिखने लगा है।
प्रमुख बिंदु
- 24 घंटों में: आष्टा 8 मिमी, जावर 3 मिमी बारिश।
- वर्षा का सालाना आंकड़ा: इस वर्ष अब तक कुल 1109 मिमी, पिछली अवधि (2024) की तुलना में 58 मिमी कम (1167 मिमी)।
- तापमान: सीहोर में न्यूनतम 18°C, अधिकतम 28°C — मौसम ठंडे होने की ओर।
- प्रशासनिक पहल: कलेक्टर बालागुरू के. के. के निर्देश पर जिले में ‘बोरी बंधान’ बनाकर वर्षा जल संचयन की मुहिम तेज की जा रही है।
मौसम का हाल और अनुमान
मौसम विभाग ने बताया है कि न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे गिरावट जारी है। मानसून इस बार 21 जून को सक्रिय हुआ था; उसके बाद रुक-रुक कर वर्षा हुई और कई बार मानसून ब्रेक की स्थिति भी देखी गई। अभी के रुझान के आधार पर आगामी दिनों में ठंड का मौसम आम लोगों पर स्पष्ट रूप से महसूस किया जाएगा — न्यूनतम तापमान में और कमी आने के संकेत हैं।
वर्षा का तुलनात्मक आंकड़ा
इस साल अब तक जिले में कुल 1109 मिमी वर्षा हुई है, जबकि पिछले साल इसी अवधि में 1167 मिमी दर्ज हुई थी। इस तरह इस साल पिछले साल की तुलना में 58 मिमी कम वर्षा का अंतर देखा जा रहा है — जिसका असर जल संग्रह और कृषि जल व्यवस्था पर पड़ सकता है।
‘बोरी बंधान’ — जल संरक्षण की प्राथमिकता
कलेक्टर बालागुरू के. के. के निर्देश पर प्रशासन ने जिले भर में बोरी बंधान बनाने की योजना लागू की है। इसका लक्ष्य अधिक से अधिक वर्षा जल को रोककर स्थानीय जलस्तर बढ़ाना और सिंचाई व पेयजल की कमी कम करना है।
प्रशासन के अनुमान हैं
- बोरी बंधान से खेतों में नमी बरकरार रहेगी।
- किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त जल उपलब्ध होगा।
- ग्रामीणों और पशुधन के लिए पेयजल की समस्या घटेगी।
कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि हर ग्राम पंचायत में संभावित जल स्रोतों पर बोरी बंधान बनाने की कार्रवाई समय पर पूरी कराई जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि पानी व्यर्थ न बहे। प्रशासन ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी भी सुनिश्चित करने पर जोर दे रहा है।
क्या करने की सलाह दी जा रही है?
- किसानों से अपील है कि वे तालाब, वॉटर हार्वेस्टिंग संरचनाओं और बोरी बंधानों की मरम्मत कर लें।
- ग्राम पंचायतों को स्थानीय स्तर पर जल संचयन योजनाओं का मानचित्र बनाकर क्रियान्वयन रिपोर्ट भेजने को कहा गया है।
- आम लोगों को शीतकालीन फसलों के लिए तैयारी के निर्देश दिए जा रहे हैं।
संक्षेप में:
सीहोर में हालिया बारिश और घटता न्यूनतम तापमान ठंड के जल्दी शुरू होने का संकेत दे रहे हैं। शासन की ‘बोरी बंधान’ पहल से अगर जल संचयन में सफलता मिली तो कृषि और ग्रामीण पेयजल पर सकारात्मक असर पड़ेगा — परन्तु वर्षा की कुल कमी (58 मिमी) को ध्यान में रखते हुए सतर्कता तथा योजनाबद्ध कार्यान्वयन आवश्यक है।
मेटा विवरण (SEO): सीहोर में आठ दिन बाद बारिश, आष्टा में 8 मिमी, जावर में 3 मिमी; न्यूनतम तापमान 18°C — जिले में ठंड का आगमन; कलेक्टर की ‘बोरी बंधान’ योजना से जल संरक्षण व किसानों को लाभ की उम्मीद।




