सीहोर में स्वास्थ्य विभाग की जांच में सामने आए अवैध नर्सिंग होम के मामले में दो दिन बीत जाने के बाद भी कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। जिले में नियम विरुद्ध चल रहे निजी अस्पतालों की जांच के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा गठित टीम ने श्यामपुर तहसील के ग्राम सोनकच्छ में स्थित आरोग्य केयर अस्पताल का निरीक्षण किया।
पता चला कि नर्सिंग होम बिना पंजीयन के अवैध रूप से संचालित किया जा रहा है। अस्पताल का रजिस्ट्रेशन 2024 में ही रद्द कर दिया गया था। पांच सदस्यीय जांच दल, जिसमें डीएचओ डॉ. राश्मि पटेल, डॉ. नीरज डागौर सहित अन्य स्टाफ शामिल थे, निरीक्षण में कई गंभीर खामियां पाईं गई।
जांच में मिली यह कमियां
जांच में सामने आया कि अस्पताल में मात्र दो कमरे हैं और पर्याप्त मेडिकल उपकरण भी नहीं हैं। इसके बावजूद यहां महिलाओं के प्रसव किए जा रहे थे। टीम को 164 डिलेवरी की केस शीट मिली, जिनमें कोई जानकारी दर्ज नहीं की गई थी।
निरीक्षण के दौरान मौके पर सिर्फ तीन अप्रशिक्षित स्टाफ सदस्य मिले, जबकि डॉक्टर और अन्य स्टाफ नदारद थे। प्रसव कराने वाली महिला डॉक्टर भी मौजूद नहीं थीं। इसके अलावा बायो-वेस्ट के निष्पादन की भी उचित व्यवस्था नहीं पाई गई।
सीएमएचओ बोले- जांच जारी, नियमानुसार कार्रवाई करेंगे
मामले में सीएमएचओ सुधीर डेहरिया का कहना है कि जांच कार्य लगातार जारी है और नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।