नटेरन (विदिशा)। drnewsindia.com
रविवार शाम नेवली ग्राम में एक दर्दनाक घटना सामने आई, जहाँ एक गर्भवती हिरण की डिलीवरी के दौरान मौत हो गई। जानकारी के बाद भी प्रशासन और फॉरेस्ट विभाग की टीम मौके पर पहुँचने में करीब 6 घंटे की देरी कर गई। इस दौरान स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों में गहरा आक्रोश देखा गया।
जानकारी के अनुसार, हिरण की हालत बिगड़ने की सूचना बजरंग दल कार्यकर्ता रामराज यादव ने सबसे पहले अपने प्रखंड मंत्री अंकेश यादव को दी। इसके बाद उन्होंने नटेरन थाना प्रभारी और फॉरेस्ट विभाग को घटना की जानकारी दी, लेकिन प्रशासनिक टीम देर रात तक नहीं पहुँची।
वहीं, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता देर रात तक मौके पर डटे रहे। रात्रि करीब एक बजे फॉरेस्ट टीम पहुँची और मृत हिरण का परीक्षण किया।
इस दौरान मौके पर मौजूद फॉरेस्ट रेंजर गणपत सिंह ने बताया कि, “हिरण की मृत्यु डिलीवरी के दौरान हुई है। किसी प्रकार की बाहरी चोट या हमले के निशान नहीं मिले हैं।”
स्थानीय ग्रामीणों और संगठन कार्यकर्ताओं ने फॉरेस्ट विभाग की लापरवाही पर नाराजगी जताई और कहा कि इतनी देरी से पहुँचने के कारण जंगली जीवों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठते हैं। लोगों ने मांग की है कि घटना की जांच कर जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।




