सागर में दो साल का बच्चा तांबे के घड़े में फंस गया। वह खेलते समय घड़े में जाकर बैठ गया। उसके पैर और कमर तक का हिस्सा घड़े अंदर चला गया, जबकि सिर और हाथ बाहर रह गया। घड़े का मुंह संकरा होने से बच्चा बाहर नहीं निकल पा रहा था।
ये शहर के तीनबत्ती चौराहे के पास स्थित चकराघाट वार्ड में रविवार दोपहर की है। घड़े में फंसा बच्चा रो रहा था। उसकी हालत देखकर परिजन घबरा गए। उन्होंने अपने स्तर पर उसे बाहर निकालने की कोशिश की। बच्चे के शरीर पर तेल भी लगाया, लेकिन फिर भी वह बाहर नहीं आया पाया।
थक हारकर परिजन बच्चे को घड़े समेत उठाकर ताम्रकार की दुकान पर ले गए। जहां ताम्रकार ने छैनी-हथौड़े से घड़े को काटा और बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाला। यह पूरा घटनाक्रम करीब 1 घंटे तक चलता रहा।
खेलने के दौरान घड़े में बैठ गया था बच्चा
घड़े में फंसे बच्चे का नाम आरव जैन (उम्र 2 वर्ष) पिता का नाम अनुज जैन है। परिजन ने बताया कि रविवार को आरव छत पर खेल रहा था। खेलते समय वह पानी से भरे तांबे के घड़े में दोनों पैर डालकर बैठ गया। जिससे वह कमर के पास से घड़े में ही फंस गया।
करीब एक घंटे घड़े में फंसा रहा मासूम
बच्चे को घड़े से निकालने वाले दुकानदार अतुल ताम्रकार ने बताया कि चकराघाट क्षेत्र से कुछ लोग एक बच्चे को लेकर आए थे। वह तांबे की गुंडी में फंसा था। घड़े को छैनी-हथौड़े की मदद से काटा गया। जिसके बाद बालक को सुरक्षित बाहर निकाल दिया है। वह करीब एक घंटे तक फंसा रहा। उसके बाहर निकलने के बाद परिवार ने राहत की सांस ली।