गुना \बीनागंज-ब्यावरा मार्ग पर एक होटल पर उत्तराखंड में परिवार से बिछड़ा युवक होटल मालिक के चंगुल से छूटकर आजाद हो गया है। जब होटल का मालिक मौजूद नहीं था तो युवक वहां से निकल आया। रास्ते में उसे भटकते हुए देख दो लोगों ने समाजसेवी संस्था को सूचना दी जिसके बाद उसका रेस्क्यू कर लिया गया। समाजसेवी प्रमोद भार्गव ने बताया कि बीनागंज से राम सोनी और दिलीप कुशवाह ने एक युवक के सड़क पर भटकने की सूचना दी थी जिस पर हमने जाकर उसे घर से बिछड़ा इसके बाद एक दिन उसे अपने पास रखा और उसकी काउंसलिंग की। इसमें युवक ने अपना नाम धर्मेंद्र सेहनी बताया।वह पिछले दो साल से होटल पर बर्तन धोने का काम कर रहा था। उसका मालिक उसे न तो वापस जाने देता था और न ही काम के बदले रुपए देता था। वह बिहार के जिला बेसाली के खटारा थाने अंतर्गत मुंसुपुरहालिया गांव का रहने वाला है। तीन साल पहले उत्तराखंड में अपने परिवार से बिछड़ गया था। वह घर में सबसे छोटा है। फिलहाल उसे अपना घर आश्रम शिवपुरी में भर्ती करा दिया गया है। भार्गव के अनुसार जल्द ही उसके परिजन उसे वापस लेने के लिए आएंगे।