सीहोर / हर साल की तरह इस साल भी अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के आशीर्वाद और प्रेरणा से विठलेश सेवा समिति नगर इकाई के तत्वाधान में विशाल कावड़ एवं झंडा यात्रा का आयोजन सोमवार को सुबह नौ बजे शहर की जीवनदायनी मां सीवन के तट से आरंभ होगी। इस मौके पर नगर समिति के सभी सदस्य अपने परिवार के साथ शामिल होकर करीब 11 किलोमीटर पैदल चलकर कुबेरेश्वरधाम पर पहुंचेंगे और अभिषेक और आरती का आयोजन किया जाएगा।
इसके अलावा सीवन नदी के तट से कावड लेकर जाने वाले श्रद्धालुओं के पेयजल, चाय, नाश्ते और भोजन प्रसादी की व्यवस्था के लिए अनेक सेवा पंडाल लगाए गए है। जिसमें सेवक के रूप में क्षेत्रवासी अपनी सेवा दे रहे है। इस क्रम में रविवार को सुबह ग्यारह बजे कावड़ यात्रियों के लिए सुबह दस बजे शहर के सोया चौपाल के समीपस्थ श्री राधेश्याम विहार कालोनी की ओर से हलवा-पूडी के भंडारे का आयोजन किया जाएगा।

कावड यात्रियों का आना-जाना जारी, सड़क पर बम-बम भोले के जयकारे
हर साल की तरह इस साल भी शहर के सीवन घाट पर मेले जैसा माहौल निर्मित है, जहां पर अल सुबह से ही हजारों की संख्या में श्रद्धालु पूरी आस्था और उत्साह के साथ पहुंच रहे है और 11 किलोमीटर नंगे पैर चलते हुए कुबेरेश्वरधाम पर पहुंचकर बाबा का अभिषेक कर रहे है। इसके अलावा कई ऐसे श्रद्धालु भी है जो शहर के रेलवे स्टेशन से पैदल चलते हुए धाम पर पहुंच रहे है। रविवार और सोमवार को भी सीवन नदी के तट से धाम तक बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे। इसको ध्यान में रखते हुए प्रशासन को मार्ग पर यात्रा व्यवस्था करनी चाहिए। शनिवार को बड़ी संख्या में कांवड़ियों की धूम रही। सुबह से ही अपने निजी वाहनों पर सवार होकर डीजे साउंड और ढोल मंजीरे की धुन पर भोलेनाथ के भजनों का मधुर संगीत बजाते कांवड़िये दूर-दराज क्षेत्रों से धाम पर पहुंचे। असम, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, गुजरात, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, बिहार आदि प्रांतों से आए श्रद्धालुओं का धाम पर विठलेश सेवा समिति ने भोजन प्रसादी वितरण कर स्वागत-सम्मान किया। विठलेश सेवा समिति के व्यवस्थापक समीर शुक्ला और पंडित विनय मिश्रा ने बताया कि शनिवार को करीब 40 हजार से अधिक कावड यात्रियों को करीब ढाई क्विंटल से अधिक हलवा की प्रसादी के अलावा निशुल्क भोजन वितरण किया।
