2700 किमी का सफर, 13 पुलिसकर्मियों की मेहनत और 300 सीसीटीवी की जांच

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जावर / पुलिस ने 18 दिन में 2700 किलोमीटर का सफर और मध्यप्रदेश से लेकर राजस्थान तक के 300 सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की जांच के बाद भाजपा विधायक सुदेश राय के भांजे राजकुमार जायसवाल के चोरी गए डंपर को खोज निकाला है। डंपर राजस्थान के देवली जिला टोंक से मिला है। पुलिस ने 65 लाख रुपए के इस रेत डंपर को खोजने में कितनी खाक छानी है, इसका अंदाजा इस बात से सहज ही लगाया जा सकता है कि 13 व्यक्तियों की दो पुलिस टीम अलग-अलग करीब 7 दिन राजस्थान में रूकीं।
विधायक सुदेश राय के पेट्राल पंप से उन्हीं के भांजे राजकुमार जायसवाल का डंपर क्रमांक आरजे 09 जीई 4970 को अज्ञात चोर 29 मई 2025 को रात करीब 2.30 बजे चोरी कर ले गए थे। कोतवाली टीआई रवींद्र यादव ने बताया कि पुलिस ने सुबह 6 बजे एफआइआर दर्ज की और तत्काल तकनीकी एक्सपर्ट को लेकर डंपर का पीछा शुरु किया। पुलिस ने कंट्रोल रूम से सीहोर जिले के अलावा राजगढ़, गुुना और विदिशा क्षेत्र के करीब 25 थाने को अलर्ट किया। इसके बाद पुलिस की जांच में सामने आया कि डंपर सीहोर से आष्टा, शुजालपुर, पचैर, खिलचीपुर, जीरापुर होते हुए कोटा रोड झालावाड और फिर टोंक गया है। पुलिस डंपर का पीछा करते हुए लगातार दौड़ती रही, लेकिन चोर बीच-बीच में जंगल के रास्ते का उपयोग करते आगे बढ़ते गए। टीआई यादव ने बताया पुलिस को डंपर की लास्ट लोकेशन टोंक और बूंदी के बीच जंगल में राजमहल गांव में मिली। पुलिस ने इसी जगह से कड़ी जोड़ना शुरु किया और धीरे-धीरे पुलिस डंपर 17 दिन में तक पहुंच गई।
पांच दिन राजस्थान में सर्चिंग के बाद लौटी पहली टीमरू डंपर चोरी होने के तत्काल बाद पुलिस की पांच सदस्यीय टीम साइबर एक्सपर्ट के साथ राजस्थान के लिए निकल गई थी। इस टीम ने एक साइड से करीब 800 किलोमीटर का सफर तय कर एक के बाद एक करीब 300 सीसीटीवी कैमरा के फुटेज देखे। पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य और डंपर लोकेशन के आधार पर यह सुनिश्चित कर लिया कि डंपर टोंक में है। पांच दिन में पूरी डिटेल एकत्रित कर यह टीम 7 जून को सीहोर वापस लौटी। पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला को पूरी रिपोर्ट दी।
पांच दिन बाद फिर से भेजी 7 सदस्यीय टीम पुलिस अधीक्षक शुक्ला ने डंपर जब्त के लिए फिर से एक सात सदस्यीय टीम बनाई। यह टीम 12 जून को सीहोर से टोंक के लिए रवाना हुई। टीम ने तकनीकी साक्ष्य के आधार पर स्थानीय पुलिस की मदद से संदेही राधेश्याम कहार को हिरासत में लिया, पूछताछ करने पर उसने बताया कि डंपर चोरी की वारदात को उसने साथी जैद खान निवासी पुनहाना हरियाणा के साथ मिलकर अंजाम दिया है। डंपर चोरी कर सुरेश गुर्जर निवासी राजमहल को बेचना बताया। पुलिस ने आरोपी की निशादेही पर सुरेश गुर्जर से डंपर बरामद किया गया। एक आरोपी जैद खान अभी फरार है, पुलिस उसकी तलाश कर रही है। यह टीम 1100 किलोमीटर का आना-जाना कर 17 जून को डंपर लेकर राजस्थान से सीहोर आई। डंपर एक पुलिस जवान ही चलाकर लाया है।
रेत कारोबार में लगा दिया था चोरी किया डंपर
पुलिस की पूछताछ में आरोपी राधेश्याम कहार ने बताया है कि चोरी का डंपर राजमहल के सुरेश गुर्जर को बेच दिया। सुरेश गुर्जर उस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर रेत का कारोबार करता है। सुरेश ने डंपर की पहचान मिटाने के लिए कुछ बदलाव किए और फिर रेत कारोबार में लगा दिया। पुलिस की पूछताछ में यह भी सामने आया है कि आरोपियों को इस बात का कोई अंदेशा नहीं था कि यह डंपर विधायक सुदेश राय के परिवार का है और यह पेट्रोल पंप भी उन्हीं का है। उन्होंने देखा कि डंपर हाइवे किनारे खड़ा है, चोरी कर हाइवे से भागने में आसानी होगी।
आरोपी राधेश्याम कहार पिता सोजी लाल उम्र 28 साल निवासी ग्राम अमर्तिया हिंडोली जिला बूंदी राजस्थानशिक्षा 12वीं आपराधिक रिकॉर्ड रू पुलिस में मारपीट, 420 के प्रकरण दर्ज हैं। नाम सुरेश गुर्जर पिता रू भोजाराम गुर्जर
उम्र 32 सालनिवासी रू ग्राम राजमहल तहसील देवली जिला टोंक राजस्थान
शिक्षा रू 12वीं
आपराधिक रिकॉर्ड रू कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं

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