6 महीने बदमाश जुबैर मौलाना गिरफ्तार, फायरिंग और दहशत फैलाने वाले तीन गुर्गे भी दबोचे, पुलिस ने निकाला आरोपियों का जुलूस

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भोपाल। राजधानी भोपाल में 6 महीने से फरार चल रहे कुख्यात बदमाश जुबैर उर्फ मौलाना को आखिरकार पुलिस ने धर दबोचा है। यह गिरफ्तारी क्राइम ब्रांच, टीलाजमालपुरा, गौतम नगर, मंगलवारा और हनुमानगंज पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में गुरुवार देर रात परवलिया के एक फार्म हाउस से की गई। जुबैर के साथ-साथ उसके तीन साथी बदमाशों को भी गिरफ्तार किया गया है, जो हाल ही में मंगलवारा और टीला जमालपुरा क्षेत्र में की गई फायरिंग और तोड़फोड़ की वारदातों में शामिल थे।

बदला हुलिया, पहचान से बचने की कोशिश

मुख्य आरोपी जुबैर मौलाना ने गिरफ्तारी से बचने के लिए अपना हुलिया पूरी तरह बदल लिया था। उसने सिर के बाल मुंडवा लिए और दाढ़ी कटवा ली, ताकि कोई उसे पहचान न सके। पुलिस को गुमराह करने के लिए किए गए इस प्रयास के बावजूद उसकी गतिविधियों पर पुलिस की नजर बनी हुई थी। आखिरकार गुरुवार रात दबिश में जब वह भागने की कोशिश कर रहा था, तो उसका पैर फ्रैक्चर हो गया। फिलहाल उसका इलाज करवाकर उसे डिस्चार्ज किया जा चुका है।

जुबैर पर 50 से ज्यादा अपराध दर्ज

जुबैर राजधानी भोपाल के सबसे कुख्यात और वांछित अपराधियों में गिना जाता है। उसके खिलाफ 50 से अधिक संगीन अपराध दर्ज हैं, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, अवैध हथियार, बलवा और गैंगवार शामिल हैं। इसके अलावा पुलिस ने 26 बार प्रतिबंधात्मक कार्रवाई भी की है। उस पर भोपाल और रायसेन पुलिस द्वारा कुल 30 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था।

गोलीकांड और दहशत फैलाने की थी साजिश

पुलिस के अनुसार जुबैर और उसके साथियों ने तीन दिन पहले मंगलवारा और टीला जमालपुरा इलाके में वाहनों में तोड़फोड़ और खुलेआम फायरिंग की थी। ये वारदातें बदमाश साद खान से पुरानी रंजिश को लेकर की गई थीं। गोली चलाते हुए आरोपियों के सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए थे, जिनके आधार पर पुलिस ने तलाश तेज की।

गिरफ्तार किए गए आरोपी और बरामद हथियार

पुलिस ने बदमाश मो. शकील उर्फ सन्नी मलिक, जो कुख्यात बदमाश मुख्तार मलिक का भांजा है। इसके अलावा फैसल खान उर्फ जेजे, जहीर खान को भी गिरफ्तार कर लिया। इन सभी के कब्जे से एक देसी पिस्टल, चार जिंदा कारतूस, तीन छुरियां और डंडे बरामद किए गए हैं। पुलिस का कहना है कि ये बदमाश शहर में अपना वर्चस्व स्थापित करने की मंशा से लगातार आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे।

आईजी नर्मदापुरम, डीसीपी जोन 1 प्रियंका शुक्ला और डीसीपी जोन 3 रियाज इकबाल के निर्देशन में चली इस संयुक्त कार्रवाई को एक बड़ी सफलता माना जा रहा है। पुलिस अब गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों और शस्त्र आपूर्ति करने वालों की भी तलाश में जुटी है।

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