drnewsindia.com/सीहोर
जिले का किसान इस बार खाद के लिए कतार में खड़ा है। क्योंकि उसे खरीफ की बोवनी के बाद इसकी जरूरत है। सरकारी गोदामों में यूरिया की कमी बताकर उन्हें लौटाया जा रहा है। वहीं निजी दुकानों में 267 रुपए की बोरी 360 रुपए में दी जा रही है, साथ ही 257 रुपए की नैनो और 1350 की डीएपी लेने का दबाव बनाया जा रहा है। यह आरोप किसानों को लगाए और कालाबाजारी के विरोध में मंगलवार को लाइकुई में किसानों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने सड़क पर जाम लगा दिया। करीब दो घंटे से ज्यादा समय तक जाम के दौरान किसानों ने महंगे दाम पर यूरिया बेचने व रेया बेचने का आरोप लगाया।
अधिकारियों की समझाइश भी बेअसर रही। किसानों ने कहा कि यदि माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की गई, तो 10 जुलाई को नगर बंद किया जाएगा। वहीं जिले में 65,000 मीट्रिक टन यूरिया, 25,000 मीट्रिक टन डीएपी और 17,000 मीट्रिक टन एनपीके की मांग रखी गई थी। अब तक 43,861 मीट्रिक टन यूरिया, 12,446 मीट्रिक टन डीएपी और 9,966 मीट्रिक टन मिल चुका है। सवाल है है कि यूरिया किसानों को नहीं बंटा तो गया कहा। भैरूंदा सहित लाङ्कुई, गोपालपुर और चकल्दी में निजी दुकानदारों द्वारा ऊंचे दाम पर यूरिया का विक्रय किया जा रहा है।
अधिकारियों के जाते ही दुकानदार ने किया इंकार
मंगलवार को लाङ्कुई में सुबह से ही किसानों की भीड़ यूरिया लेने के लिए लाइन लगाकर खड़ी थी। एसडीएम को सूचना मिलते ही वे मौके पर पहुंचे और जैन कृषि सेवा केंद्र के संचालक आनंद जैन को यूरिया का वितरण सरकारी दर पर करने के निर्देश दिए। किसानों ने आरोप लगाया कि एसडीएम के लौटते ही दुकानदार ने किसानों को यूरिया देने देने से इंकार कर दिया। दुकानदार ने सिर्फ उन्हीं किसानों को यूरिया का विक्रय किया, जिन्होंने मुंह मांगी कीमत पर यूरिया खरीदा। इसी बात से नाराज होकर किसानों ने लाङ्घ्कुई में सड़क पर चक्का जाम कर दिया। इसके बाद एडीओ अनिल जाट ने किसानों की समस्या सुनी और एसएडीओ सहित तीन पईओ और पटवारी की मौजूदगी में यूरिया का वितरण शुरू कराया।
नैनो यूरिया और डीएपी खरीदना किसानों का फैसल
चक्काजाम कर रहे किसानों ने एडीओ जाट को बताया कि जैन कृषि सेवा केंद्र द्वारा यूरिया की एक बोरी के साथ नैनो यूरिया और एक बोरी डीएपी खरीदने का दबाव बनाया जा रहा था। जब किसानों ने दुकानदार से पक्का बिल मांगा, तो उनके साथ अभद्रता की गई। इस मामले में किसानों का गुस्सा शांत कराते हुए एडीओ ने कहा कि नैनो यूरिया और डीएपी खरीदना किसानों का अपना फैसला है। लेकिन नैनो यूरिया सरकार की ओर से उपलब्ध कराया जा रहा है। किसानों ने ने बताया निजी में 360 में यूरिया की बोरी खरीदी।
कार्रवाई नहीं की तो 10 जुलाई को करेंगे नगर बंद
किसान स्वराज संगठन ने मंगलवार को एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। किसान संघ के पदाधिकारी गजेंद्र जाट और भगवान सिंह यदुवंशी ने बताया कि लाड़कुई में जैन कृषि सेवा केंद्र पर यूरिया खाद सरकारी रेट से बहुत अधिक दाम पर किसानों को बेचा जा रहा है। किसानों द्वारा सरकारी दाम पर मांगे जाने पर उनके साथ अभद्रता की गई। उन्होंने बताया कि भैरूंदा ब्लॉक में मक्का की बुआई सबसे ज्यादा हुई है। जिसमें यूरिया की जरूरत अधिक है। प्रशासनिक स्तर पर बार-बार मांग किए जाने पर भी यूरिया की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। उन्होंने जैन कृषि सेवा केंद्र लाड़कुई पर कार्रवाई किए जाने की मांग करते हुए आगामी 10 जुलाई को भैरूंदा में धरना और नगर बंद करने की चेतावनी दी है।
कालाबाजारी करने वालों पर कार्रवाई करेंगे
कृषि अमले और राजस्व विभाग की मौजूदगी में यूरिया का वितरण शुरू करवा दिया गया है। साथ ही निर्देश दिए गए हैं कि यदि यूरिया की कालाबाजारी की जाती है तो दोषियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
मदन सिंह रघुवंशी, एसडीएम भैरूंदा