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शारदीय नवरात्रि का पर्व देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की उपासना का पावन उत्सव है, जो भक्ति, शक्ति और सकारात्मक ऊर्जा का संदेश देता है। यह पर्व न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह जीवन में अनुशासन, संयम और नयी ऊर्जा का अनुभव भी कराता है। नवरात्रि के नौ दिन प्रत्येक देवी के अलग रूप और विशेष महत्व के होते हैं। हर दिन का रंग, मंत्र और पूजा विधि अलग होती है, जिससे मन और शरीर दोनों ही पवित्र और उर्जावान महसूस करते हैं। यह पर्व घर-परिवार, समाज और संस्कृति को जोड़ने का अवसर भी प्रदान करता है। नवरात्रि के दौरान व्रत, आराधना और भजन-कीर्तन करने से नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है और जीवन में सुख, समृद्धि और सौभाग्य बढ़ता है।
शारदीय नवरात्रि में देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। हर दिन का अपना विशेष महत्व, देवी का रूप और पूजा का रंग है।
| दिन | तिथि | देवी का रूप | पूजा का महत्व | रंगीन वस्त्र |
|---|---|---|---|---|
| 1 | 22 सित॰, सोमवार | शैलपुत्री | शक्ति और प्रकृति का प्रतीक | पीला |
| 2 | 23 सित॰, मंगलवार | ब्रज्रावती/सिंहधारी | साहस और दृढ़ता | सफेद |
| 3 | 24 सित॰, बुधवार | चंद्रघंटा | करुणा और साहस | संगमरमर/साल्मन गुलाबी |
| 4 | 25 सित॰, गुरुवार | कूष्मांडा | ब्रह्मांड रचना और ऊर्जा | नारंगी |
| 5 | 26 सित॰, शुक्रवार | स्कंदमाता | मातृत्व, बुद्धि और सुरक्षा | सफेद या हल्का नीला |
| 6 | 27 सित॰, शनिवार | कात्यायनी | वीरता और न्याय | नीला |
| 7 | 28 सित॰, रविवार | कालरात्रि | नकारात्मक शक्तियों का विनाश | सियाह/काला |
| 8 | 29 सित॰, सोमवार | महागौरी | पवित्रता, शांति और सौंदर्य | हरा |
| 9 | 30 सित॰, मंगलवार | सिद्धिदात्री | मोक्ष और सिद्धियों की देवी | लाल |
पूजा और व्रत टिप्स
- कलश स्थापना: नवरात्रि की शुरुआत में कलश रखें और जल से पूजन करें।
- फूल और दीपक: हर दिन ताजे फूल और दीपक जलाएं।
- व्रत और आहार: उपवास के दौरान फल, दूध, साबुत अनाज या हल्का भोजन करें।
- अष्टमी और नवमी: अष्टमी को कुंभ पूजन, नवमी को हवन या यात्रा।

रंगों का महत्व
- रंग प्रत्येक दिन की ऊर्जा और देवी के स्वरूप से मेल खाते हैं।
- पीला – सकारात्मक ऊर्जा, उज्ज्वलता
- सफेद – शांति और पवित्रता
- नारंगी – ऊर्जा और उत्साह
- नीला – साहस और शक्ति
- काला – नकारात्मकता का नाश
- लाल – शक्ति, उत्साह और विजय




