सरदार पटेल जयंती: लौह पुरुष की विरासत से गूंजा देश, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर हुआ भव्य कार्यक्रम, पीएम मोदी बोले – “एकता ही राष्ट्र की शक्ति”

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पीएम मोदी

Drnewsindia .com /नई दिल्ली आज देशभर में लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर श्रद्धा और सम्मान के साथ राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया गया। भारत के पहले उप प्रधानमंत्री और गृहमंत्री पटेल की 150वीं जयंती पर देशभर में कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। दिल्ली से लेकर केरल तक, सड़कों, इमारतों और संस्थानों में सरदार पटेल की विरासत आज भी जीवंत है। गुजरात के केवड़िया में स्थित 182 मीटर ऊंची ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ पर इस अवसर पर भव्य कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हुए।

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर राष्ट्रव्यापी एकता का उत्सव

गुजरात के एकता नगर (केवड़िया) में आयोजित कार्यक्रम गणतंत्र दिवस की तर्ज पर हुआ। इसमें सैन्य परेड, सांस्कृतिक झांकियां और भारतीय वायुसेना की सूर्य किरण एरोबैटिक टीम (SKAT) द्वारा आसमान में तिरंगे के रंग बिखेरे गए। देशभर के राज्यों की पुलिस टुकड़ियों — BSF, CRPF, CISF, ITBP, SSB और विभिन्न राज्यों की पुलिस ने परेड में हिस्सा लिया।

🔸 पीएम मोदी बोले – “देश की एकता को कोई नहीं तोड़ सकता”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “सरदार पटेल असली लौह पुरुष थे, जिन्होंने भारत की एकता के लिए हर साजिश का सामना किया, लेकिन कभी पीछे नहीं हटे। उन्होंने देश की 550 से ज्यादा रियासतों को जोड़कर ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ का सपना साकार किया।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल ने इतिहास बनाने का काम किया, जबकि बाद की सरकारों ने देश की संप्रभुता को कमजोर किया। उन्होंने कहा कि “कश्मीर में की गई गलतियां और पूर्वोत्तर में उपजे संकटों ने देश को नुकसान पहुंचाया, लेकिन 2014 के बाद देश ने नक्सलवाद और माओवादी आतंक पर निर्णायक प्रहार किया।”

🔸 घुसपैठ पर सख्त संदेश

पीएम मोदी ने कहा, “आज देश की एकता और अंदरूनी सुरक्षा को घुसपैठियों से गंभीर खतरा है। दशकों तक वोट-बैंक की राजनीति के कारण इस समस्या को नजरअंदाज किया गया, लेकिन अब भारत ने अपनी अखंडता की रक्षा के लिए मजबूत रुख अपनाया है।”

🔸 आधुनिक भारत की दिशा – एकता से विकास

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत में रिकॉर्ड हाइवे, एक्सप्रेसवे और आधुनिक रेल नेटवर्क बन रहे हैं। “वंदे भारत और नमो भारत जैसी ट्रेनें, छोटे शहरों में एयरपोर्ट की सुविधा — ये सब सरदार पटेल के ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के विज़न को साकार कर रहे हैं।”

मध्य प्रदेश में भी श्रद्धांजलि कार्यक्रम

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी राष्ट्रीय एकता दिवस पर सरदार पटेल को नमन किया। उन्होंने कहा, “स्वतंत्रता संग्राम के दौरान सरदार पटेल सभी आंदोलनों की रीढ़ थे, उनकी नीतियां आज भी प्रासंगिक हैं।”

🔸 दिल्ली से केरल तक जीवित है पटेल की विरासत

दिल्ली में संसद भवन के पास ‘पटेल चौक’ और उनकी कांस्य प्रतिमा 1963 में राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने अनावरण की थी। वहीं, केरल और पटना में भी उनके नाम पर संग्रहालय, सड़कें और सरकारी भवन हैं। उनके सम्मान में बनाए गए ये स्थल आज भी भारत की एकता के प्रतीक हैं।


राष्ट्रीय एकता दिवस का संदेश स्पष्ट है — सरदार पटेल का आदर्श हर भारतीय के भीतर जीवित है। एकता, अखंडता और राष्ट्र की सुरक्षा ही उनके सपनों का भारत है।

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