Drnewsindia.com/भोपाल, 5 नवंबर | रिपोर्ट
मध्यप्रदेश में आज से वोटर लिस्ट का स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) शुरू हो गया है। बिहार की तर्ज पर शुरू की गई इस विशेष प्रक्रिया के तहत प्रदेश के सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों के 72 हजार से अधिक मतदान केंद्रों पर 65 हजार बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) घर-घर जाकर मतदाताओं की जानकारी जुटाएंगे और वोटर लिस्ट का वेरिफिकेशन करेंगे।
ट्रेनिंग पूरी, अब घर-घर जाएंगे BLO
चुनाव आयोग के निर्देश के बाद 27 अक्टूबर से मतदाता सूची फ्रीज कर दी गई थी। इसके बाद सभी कलेक्टर, संभागायुक्त, सुपरवाइजर और BLO को प्रशिक्षण दिया गया। अब मंगलवार से BLO घर-घर जाकर आयोग द्वारा निर्धारित फॉर्म वितरित करेंगे, जो आधा भरा और आधा खाली रहेगा। मतदाता को इसमें अपनी जानकारी भरनी होगी।
प्रत्येक BLO एक घर पर कम से कम तीन बार जाएगा ताकि कोई मतदाता छूट न जाए। यदि किसी की जानकारी संदिग्ध लगती है, तो उनसे दस्तावेज मांगे जाएंगे, लेकिन सर्वेक्षण के दौरान BLO कोई दस्तावेज एकत्र नहीं करेगा।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संजीत झा ने सभी जिलों के कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि वोटर वेरिफिकेशन कार्य गंभीरता से कराया जाए और अधिकारी स्वयं इसकी निगरानी करें।
विवाहित महिलाओं को मायके से मंगानी होगी जानकारी
चुनाव आयोग के अनुसार, वर्ष 2003 में जो महिलाएं अविवाहित थीं या 18 वर्ष से कम उम्र की थीं, उन्हें अब वोटर के रूप में सत्यापन के लिए मायके से अपना मतदाता क्रमांक और मतदान केंद्र क्रमांक मंगवाना होगा। आयोग ने स्पष्ट किया है कि घर-घर सर्वेक्षण के दौरान BLO कोई दस्तावेज नहीं लेगा, बल्कि आवश्यक होने पर निर्वाचन रजिस्ट्री अधिकारी (ERO) अलग से सूचना देकर दस्तावेज मांगेंगे।
नए वोटर्स को मिलेगा फॉर्म-6
जिन परिवारों में कोई नया सदस्य 1 जनवरी 2026 तक 18 वर्ष की आयु पूरी कर चुका है, उसके नाम को मतदाता सूची में जोड़ने के लिए BLO फॉर्म-6 उपलब्ध कराएगा। वहीं, यदि किसी सदस्य का निधन हो गया है या वह अन्यत्र स्थानांतरित हो गया है, तो उसकी जानकारी भी सूची से नाम विलोपित करने के लिए ली जाएगी।
ऐसे करें अपना नाम चेक
वोटर अपना नाम चुनाव आयोग की वेबसाइट https://voters.eci.gov.in/ पर जाकर चेक कर सकते हैं।
- वेबसाइट ओपन करने पर अपना राज्य, जिला और विधानसभा क्षेत्र चुनें।
- वर्ष 2003 के एसआईआर रिकॉर्ड के आधार पर अपने मतदान केंद्र का नाम और मतदाता क्रमांक खोजें।
- यदि जानकारी नहीं मिलती है, तो फॉर्म में बताए गए 11 मान्य दस्तावेजों में से कोई एक देकर सत्यापन कराया जा सकता है।
कांग्रेस ने बनाई मॉनिटरिंग कमेटी
मध्यप्रदेश में एसआईआर की मॉनिटरिंग के लिए कांग्रेस ने 8 सदस्यीय समिति का गठन किया है। पार्टी ने बिहार में हुए एसआईआर के दौरान वोटर लिस्ट में गड़बड़ी और फर्जीवाड़े के आरोप लगाए थे। अब एमपी में भी कांग्रेस ने साफ किया है कि वह पूरी प्रक्रिया की कड़ी निगरानी करेगी ताकि किसी मतदाता का नाम सूची से न हटे या गलत ढंग से न जोड़ा जाए।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने जनता से अपील की है कि वे BLO से पहचान पत्र देखकर ही जानकारी साझा करें और अपने मतदाता विवरण की पुष्टि अवश्य करें।




