Drnewsindia.com/भोपाल गुरूवार, राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि ऊर्जा संरक्षण केवल किसी एक संस्था या सरकार का काम नहीं बल्कि समाज के प्रत्येक व्यक्ति की महती जिम्मेदारी है। ऊर्जा की बचत को जन-जागरूकता का विषय बनाना आवश्यक है—क्योंकि “ऊर्जा की हर यूनिट की बचत राष्ट्र विकास में योगदान करती है।
राज्यपाल श्री पटेल ने यह बात विद्युत मंत्रालय, भारत सरकार के ऊर्जा संरक्षण अभियान 2025 के तहत आयोजित राज्य स्तरीय चित्रकला प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण समारोह में कही। सुभाष भवन, भोपाल में आयोजित इस कार्यक्रम में उन्होंने प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किए तथा राष्ट्रीय स्तर के लिए चयनित विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दीं। निर्णायक मंडल के सदस्यों का भी सम्मान किया गया।
राज्यपाल ने कहा कि बच्चों द्वारा बनाए गए चित्रों में ऊर्जा संरक्षण विषय पर गहरी समझ और संवेदना दिखी। उन्होंने आम नागरिकों से आग्रह किया कि वे प्रदर्शनी अवश्य देखें और बच्चों की रचनात्मकता और संदेशों को अपनाएँ।
- राज्यपाल ने ऊर्जा बचत की शुरुआत घर से करने पर ज़ोर दिया — “सुबह से शाम तक हर क्षण सजग रहकर ऊर्जा बचाएं।”
- उन्होंने परिवारों, खासकर बुजुर्गों, से कहा कि वे बच्चों को बचपन से ही ऊर्जा के महत्व का संस्कार दें।
- ऊर्जा संरक्षण को शैक्षिक पाठ्यक्रम और स्कूल गतिविधियों में शामिल करने की आवश्यकता पर भी बल दिया गया, ताकि भावी पीढ़ी “ऊर्जा साक्षर नागरिक” बन सके।
- एन.एच.डी.सी. और ऊर्जा दक्षता ब्यूरो के संयुक्त प्रयासों की राज्यपाल ने सराहना की।
स्वास्थ्य और अनुशासन पर संदेश:
राज्यपाल ने ऊर्जा बचत के साथ-साथ अच्छे स्वास्थ्य और अनुशासन की भी महत्ता बताई। उन्होंने छात्रों से संतुलित खान-पान, नियमित व्यायाम, भरपूर पानी और पर्याप्त नींद अपनाने का आह्वान किया, क्योंकि स्वस्थ जीवन ही तेजस्वी जीवन का आधार है। अभिभावकों से बच्चों को संयमित जीवन व पौष्टिक आहार का महत्व बताने को कहा गया।
कार्यक्रम विवरण:
कार्यक्रम का शुभारंभ राज्यपाल ने दीप प्रज्ज्वलन से किया। NHDC के प्रबंध निदेशक श्री राजीव जैन ने राज्यपाल का स्वागत करते हुए उन्हें पौधा व शॉल भेंट किया तथा स्मृति चिन्ह प्रदान किया। NHDC के अधिकारी, निर्णायक मंडल, प्रतिभागी छात्र और उनके अभिभावक कार्यक्रम में उपस्थित रहे। मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन) श्री अशोक कुमार ने आभार व्यक्त किया।




