राजगढ़
नगरपालिका के फिल्टर प्लांट की जमीन पर शनिवार को अवैध चिह्नांकन को लेकर नपाध्यक्ष विनोद साहू और दरगाह कमेटी के सदर मोहम्मद शफीक गामा के बीच विवाद हो गया। मामला इतना बढ़ा कि नपाध्यक्ष कर्मचारियों और कुछ अन्य लोगों के साथ कोतवाली थाने पहुंच गए। वहां उन्होंने शफी गामा पर कार्रवाई की मांग करते हुए धरना शुरू कर दिया। दरअसल, दरगाह कमेटी की जमीन वक्फ कमेटी के अधीन है। नगरपालिका ने कुछ दिन पहले इस जमीन का सीमांकन करवाया था। बाद में न्यायालय के आदेश पर इस प्रक्रिया पर रोक लग गई थी। इसके बावजूद शनिवार दोपहर अवकाश के दिन शफी गामा दो अन्य लोगों के साथ नगरपालिका के वाटर फिल्टर प्लांट और अन्य भवनों का चिह्नांकन करने पहुंच गए। इस दौरान फिल्टर प्लांट की कुछ जमीन पर लाल रंग से निशान भी लगा दिए। इसकी जानकारी मिलते ही नपाध्यक्ष मौके पर पहुंचे। उन्होंने शफी गामा और दो अज्ञात लोगों पर बिना अनुमति फिल्टर प्लांट में घुसने और अवैध रूप से सीमांकन करने की शिकायत की। नपाध्यक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि इन लोगों ने शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। साथ ही उन्होंने यह काम पेयजल में कुछ मिलाने की मंशा से किए जाने की अशंका भी जताई।शफी पर दो एफआईआर विवाद की खबर मिलते ही नगरपालिका के कई कर्मचारी और अन्य लोग भी थाने पहुंच गए। हंगामा बढ़ता देख थाना प्रभारी ने नपाध्यक्ष और दरगाहदरगाह कमेटी सदर शफी गामा द्वारा कुछ अन्य लोगों के साथ शनिवार को कुछ स्थानों पर नापजोख कर निशान लगाए गए है। इसको लेकर नपाध्यक्ष और एहतेशाम सिद्दीकीने शिकायत की है। मामले में प्रकरण दर्ज किया गया है। वीर सिंहठाकुर, थाना प्रभारी राजगढ़ कमेटी के पूर्व सदर एहतेशाम सिद्दीकी की शिकायत पर शफी गामा और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ दो अलग-अलग प्रकरण दर्ज किए। इधर, नगरपालिका के कुछ कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि शफी गामा और उनके साथ आए लोगों ने उनके साथ अभद्रता की।