स्कूल की महिला कर्मचारी का हाई-वोल्टेज ड्रामा: मानसिक दबाव का आरोप, पानी की टंकी पर चढ़कर जताया विरोध
Drnewsindia.com/ उज्जैन।
उज्जैन के ज्ञानोदय स्कूल से जुड़े छात्रावास में गुरुवार को अचानक हंगामा मच गया, जब संस्थान में कार्यरत अंशकालीन दैनिक कर्मचारी सुनीता पानी की टंकी पर चढ़ गईं। उन्होंने आरोप लगाया कि स्कूल प्रबंधन लगातार उन पर मानसिक दबाव बना रहा था और कार्यस्थल पर धमकियाँ दी जा रही थीं।
मानसिक दबाव और धमकी का आरोप
सुनीता का कहना है कि वे ईमानदारी से अपना काम कर रही थीं, लेकिन लगातार तनाव और दबाव के चलते उन्हें यह कदम उठाना पड़ा। उन्होंने बताया कि स्थिति इतनी गंभीर हो गई थी कि उन्हें विरोध जताने के लिए टंकी पर चढ़ना पड़ा।
स्कूल प्राचार्य का पक्ष: “काम को दबाव समझना गलत”
घटना की जानकारी मिलते ही स्कूल प्राचार्य संध्या शर्मा मौके पर पहुँचीं। उन्होंने सभी आरोपों का खंडन करते हुए कहा—
“सुनीता 281 बच्चों के भोजन की व्यवस्था संभालती हैं। अगर निर्धारित कार्य को ही कोई कर्मचारी ‘दबाव’ समझता है, तो यह उचित नहीं है।”
प्राचार्य ने स्पष्ट किया कि सभी कर्मचारियों से केवल वही काम कराया जाता है, जो उनके दायित्वों में शामिल है।
पुलिस ने सुरक्षित उतारा, थाने में काउंसलिंग
जब महिला के टंकी पर चढ़ने की सूचना पुलिस को मिली, तो टीम तुरंत मौके पर पहुँची और समझाइश देकर सुनीता को सुरक्षित नीचे उतारा। बाद में उन्हें थाने ले जाकर काउंसलिंग की गई।
थाना प्रभारी कमल निगवाल ने बताया कि—
“महिला की शिकायत दर्ज की गई है। सभी तथ्यों की जांच की जा रही है ताकि आगे की कार्रवाई तय की जा सके।”
जांच जारी
फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है—क्या वास्तव में कार्यस्थल पर दबाव और धमकियाँ दी गईं थीं या यह किसी गलतफहमी का परिणाम था। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।




