
अहमदपुर/अहमदपुर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली कटौती एक बड़ी समस्या बन गई है। सोमवार के दिन, ग्रामीण क्षेत्रों में 15 घंटे तक बिजली नहीं होने के कारण उपभोक्ताओं में बिजली विभाग के खिलाफ आक्रोश पनप रहा है। बिजली कंपनी द्वारा कभी मेंटेनेंस कार्य के नाम पर तो कभी लोड सेटिंग के नाम पर अघोषित बिजली कटौती की जा रही है।
बिजली कटौती का असर
- सोमवार के दिन, अहमदपुर मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा सुबह 9:00 बजे से 4:00 तक मेंटेनेंस के नाम पर बिजली कटौती की गई।
- शाम को 7:00 से 9:00 तक लोड सेटिंग के नाम पर अघोषित बिजली कटौती की गई।
- मध्य रात्रि को 12:00 बजे फिर बिजली कटौती की गई।
- इस तरह सोमवार के दिन अहमदपुर और आसपास के सैकड़ों गांव में लगभग 15 घंटे बिजली गुल रही।
व्यापारी वर्ग और ग्रामीणों की परेशानी
- अहमदपुर कस्बे में व्यापारियों द्वारा दिन की कटौती से नुकसान ज्यादा होता है।
- अनेक व्यापारी बिजली से संबंधित कार्य करते हैं, जिसके कारण दिनभर व्यापार बंद रहा।
- दूध डेयरी, वेल्डिंग, इलेक्ट्रिक और इलेक्ट्रॉनिक दुकानों, ऑनलाइन फोटोकॉपी और कृषि कार्य से संबंधित दुकानों पर कटौती का सबसे ज्यादा असर रहा।
व्यापारियों की मांग
- महेश गुप्ता और अरविद रफीक खान ने बताया कि बिजली विभाग कभी मेंटेनेंस के नाम पर तो कभी लोड सेटिंग के नाम पर आए दिन बिजली कटौती की जा रही है।
- व्यापारियों और आम जनता में विद्युत वितरण कंपनी के खिलाफ आक्रोश है।
- व्यापारियों ने मांग की है कि बिजली विभाग को नियमित बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करनी चाहिए।
आक्रोश और असंतोष
- ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली कटौती को लेकर उपभोक्ताओं में असंतोष है।
- व्यापारी वर्ग और आम जनता में विद्युत वितरण कंपनी के खिलाफ आक्रोश पनप रहा है।
- लोगों का कहना है कि भीषण गर्मी में दिन में बिजली कटौती करना समझ से परे है।
अब देखना यह है कि बिजली विभाग इस समस्या का समाधान करने के लिए क्या कदम उठाता है।