दोराहा। क्षेत्र के सेमरा दांगी में रविवार से 21 कुण्डीय महायज्ञ व श्री लक्ष्मी नारायण की प्राण प्रतिठा की शुरुआत कलश यात्रा के साथ हुई। जिसमें बड़ी संख्या में भक्तों ने भाग लिया। दोराहा। विशाल कलश यात्रा यज्ञ स्थल से शुरू होकर प्रमुख मार्गो से होती हुई वापस यज्ञ स्थल पहुंची। इस दौरान यात्रा में शामिल श्रद्धालु भजनों पर जमकर थिरक
कलश यात्रा

कलश यात्रा की शुरुआत मंदिर से हुई, जहां से भक्तों ने कलश लेकर यात्रा शुरू की। इस यात्रा में महिलाओं और पुरुषों ने भाग लिया, जो कलश लेकर चलते हुए मंत्रोच्चारण करते हुए आगे बढ़ रहे थे।
महायज्ञ का उद्देश्य
इस महायज्ञ का उद्देश्य भगवान श्री लक्ष्मी नारायण की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करना है। महायज्ञ में 21 कुंडों में हवन किया जाएगा, जिसमें विभिन्न देवताओं को आमंत्रित किया जाएगा।
भक्तों की भागीदारी

इस महायज्ञ में भाग लेने के लिए भक्तों को आमंत्रित किया जाता है। भक्तों की भागीदारी से महायज्ञ की सफलता और भगवान की कृपा सुनिश्चित होगी।
महायज्ञ की विशेषताएं
इस महायज्ञ में 21 कुंडों में हवन किया जाएगा, जिसमें विभिन्न देवताओं को आमंत्रित किया जाएगा। महायज्ञ में भाग लेने वाले भक्तों को आध्यात्मिक और शारीरिक लाभ प्राप्त होगा।
कार्यक्रम की रूपरेखा
महायज्ञ का आयोजन कई दिनों तक चलेगा, जिसमें विभिन्न कार्यक्रम शामिल होंगे, जैसे कि हवन, पूजा-अर्चना, और भजन-कीर्तन। इस अवसर पर विशेषज्ञ पंडितों द्वारा मंत्रोच्चारण और हवन किया जाएगा।
निष्कर्ष
21 कुण्डीय श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ एक महत्वपूर्ण आयोजन है, जिसमें भगवान की उपस्थिति को महसूस किया जा सकेगा। इस महायज्ञ में भाग लेने से भक्तों को आध्यात्मिक और शारीरिक लाभ प्राप्त होगा।
दोपहर के समय श्रीराम कथा का आयोजन
12 मई सेमरा दांगी में चलने वाले इस धार्मिक आयोजन मेें रविवार प्रतिदिन दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक पूज गुरूदेव पंडित धंनजय पाण्डे जी के मुखार विंद से श्रीरामकथ का उपस्थित श्रोताओें को रसपान कराया जाएगा।
4 मई रात्रि 8 बजे से रात्रि 11 बजे तक आचार्य पंडित श्री जितेंद्र वैश्णव जी द्वारा आध्यात्मि कथा व भजन संख्या
5 मई रात्रि 8 बजे से रात्रि 11 बजे तक रमेष मस्टर सहाब जी द्वारा आध्यात्मिक कथा
6 मई रात्रि में संगीतमय सुन्दर कांण्ड
7 मई रात्रि 8 बजे से खाटूष्याम भजन संख्या
9, 10 एंव 11 मई की रात्रि 8 बजे से रात्रि 11 बजे तक पूज्य गुरूदेव श्रीश्री 1008 श्री महामंडलेष्वर भगवान बापू जी उज्जैन के श्रीमुख संगीतमय श्रीराम कथा का आयोजन किया जाएगा। 12 मई को 21 कुण्डीय महायज्ञ, श्रीलक्ष्मीनारायण प्राण पतिठा के समापन के दौरान महा प्रसादी का वितरण किया जाएगा