सीहोर / के नांदनी और कांकड़खेड़ा के ग्रामीण भीषण जल संकट का सामना कर रहे हैं। दोनों गांवों के हैंडपंप सूख चुके हैं और नल-जल योजनाएं बंद पड़ी हैं। एक माह पहले मुख्यमंत्री कार्यालय से नए नलकूपों की मंजूरी मिलने के बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिससे नाराज ग्रामीणों ने पंचायत भवन के सामने प्रदर्शन किया।
7 हजार की आबादी, एक भी हैंडपंप नहीं दे रहा पानी
नांदनी गांव में 15 हैंडपंप हैं, लेकिन जल स्तर गिरने से सभी बंद हो चुके हैं। नल-जल योजना भी पानी की कमी से ठप है। गांव के बाहर एकमात्र ट्यूबवेल है, जिससे दिन में महज 1-2 घंटे ही पानी मिल पाता है। इससे ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
कांकड़खेड़ा में कुएं से 2-3 किमी दूर से ला रहे पानी
करीब 2 हजार की आबादी वाले कांकड़खेड़ा में स्थिति और भी गंभीर है। यहां के पांचों हैंडपंप सूख चुके हैं। लोग अब 2 से 3 किलोमीटर दूर स्थित कुओं से पानी भरकर ला रहे हैं। गर्मी में यह स्थिति और भी विकट होती जा रही है।