खिलचीपुर / पीपलखेड़ी गांव के जंगल में तीतर – का शिकार करने गए दो चचेरे – भाइयों में से एक की मौत हो गई। 55 साल के देवनारायण पुत्र कालू सिंह का शव एक खेत की पाल पर – पड़ा मिला।
शरीर कई जगह से झुलसा हुआ – था। आशंका है कि उसे करंट लगा। देवनारायण के साथ सुबह 11 बजे – जंगल गए पुरुषोत्तम (50) पुत्र लल्लू ने बताया कि वह गाड़ी के
पास बैठा रहा। देवनारायण अकेले जंगल में चला गया। शाम 5 बजे तक वह नहीं लौटा। तब पुरुषोत्तम 3 किमी पैदल ढाबला जोड़ पहुंचा। वहां से खिलचीपुर जाकर परिजनों को सूचना दी। पुरुषोत्तम की सूचना पर बाद सुनील, बृजेश, लक्ष्मीनारायण, ज्ञान सिंह, रविदास और रामविलास जंगल की ओर तलाश में निकले। परिजनों ने भोजपुर और खिलचीपुर पुलिस को भी सूचना दी। तलाश के दौरान बने सिंह के पड़त खेत की पाल पर
देवनारायण का शव मिला। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया, फिर परिजनों को सौंप दिया। परिजनों ने आशंका जताई कि देवनारायण की मौत करंट वाले शिकारी जाल में फंसने से हुई। हालांकि आसपास करंट का कोई तार या जाल नहीं मिला। बता दें कि जंगल में जंगली सूअरों की संख्या अधिक है। लोग शिकार के लिए करंट वाले तार बिछा देते हैं, पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।