‘ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी सेना के 35-40 जवान मारे गए’; अत्याधुनिक विमान भी गिराए गए

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 नई दिल्ली / भारत पाकिस्तान के बीच जारी संघर्ष के चौथे दिन आज दोनों देशों के बीच सीजफायर की सहमति बनी। हालांकि चंद घंटे बाद पाकिस्तान ने फिर से हिमाकत की और सीमा पर कई जगहों से फायरिंग की खबरें आईं। भारतीय सशस्त्र बलों ने मुंहतोड़ जवाब दिया। देर रात विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, पिछले कुछ घंटों से सीजफायर समझौते का पाकिस्तान की ओर से घोर उल्लंघन हो रहा है। भारतीय सेना जवाबी कार्रवाई कर रही है और पाकिस्तान सीमा अतिक्रमण से निपट रही है।

एयर मार्शल एके भारती ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के कई ठिकानों पर हमले किए। उन्होंने भारत के सैन्य अभियानों के असर की विस्तृत वीडियो भी दिखाई। जिन ठिकानों पर हमले किए, उनके नाम पर एक नजर:

जैकोबाबाद एयरफील्ड में

पसरूर एयर डिफेंस रडार

चुनियन एयर डिफेंस रडार

आरिफवाला एयर डिफेंस रडार

सरगोधा एयरफील्ड

रहमियार खान एयरफील्ड

कलाला एयरफील्ड (नूर खान)

सुक्कुर एयरफील्ड

भोलारी एयरफील्ड

भारत ने पाकिस्तान के कई अत्याधुनिक विमानों को मार गिराया
डीजीएमओ ने बताया कि भारतीय सेना ने किसी भी पाकिस्तानी विमान को भारतीय सीमा में नहीं घुसने दिया, लेकिन इस समय इतना जरूर कह सकते हैं कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कई अत्याधुनिक विमानों को मार गिराया।

भारत की गोलाबारी में पाकिस्तान की सेना के 35-40 जवान भी मारे गए
9 और 10 मई की रात को भी पाकिस्तान ने एयरफील्ड और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की कोशिश की। थलसेना और वायुसेना की समेकित वायु रक्षा प्रणाली की वजह से हर हमले को नाकाम कर दिया गया। भारत की गोलाबारी में पाकिस्तान की सेना के 35-40 जवान मारे गए।

केवल आतंकवादियों को ही निशाना बनाने की रणनीति
डीजीएमओ राजीव घई ने बताया, सेना ने सीमा पार के आतंकी परिदृश्य को समझने के लिए बहुत मेहनत की। सुरक्षाबलों ने सूक्ष्मता से काम किया और आतंकी शिविरों और प्रशिक्षण स्थलों की पहचान की। कार्रवाई करने के लिए कई जगहें सामने आईं, लेकिन हमने गहन विचार-विमर्श किया, हमें एहसास हुआ कि इनमें से कुछ आतंकी केंद्र अब मौजूद नहीं हैं। हमने तय किया था कि हम केवल आतंकवादियों को ही निशाना बनाएंगे और आम नागरिकों के साथ-साथ दूसरे नुकसान को रोका जाएगा। खुफिया एजेंसियों ने नौ आतंकी शिविरों के बारे में पुष्टि की। इनमें से कुछ पाकिस्तानी कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (पीओजेके) में थे, जबकि कुछ अन्य पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में थे। मुरीदके लश्कर-ए-तैयबा का केंद्र है। पिछले कई वर्षों में यहां अजमल कसाब और डेविड हेडली जैसे कुख्यात लोगों को ट्रेनिंग मिली है।

नौ आतंकी शिविरों को हमले के लिए चुना गया, 100 से अधिक आतंकी ढेर
सेना के अधिकारयों ने तस्वीरों के साथ विस्तार से बताया कि स्ट्राइक से पहले के हालात कैसे थे और सेना की कार्रवाई के बाद का मंजर कैसा है। उन्होंने बताया कि भारत की जवाबी कार्रवाई के डर से कुछ आतंकी ठिकाने खाली हो गए। ऑपरेशन सिंदूर के लिए सोच-विचार कर नौ आतंकी शिविरों को हमले के लिए चुना गया। 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए। कंधार विमान अपहरण में शामिल रऊफ अजहर जैसे हाई वैल्यू टारगेट यानी वांटेड आतंकी को भी खत्म कर दिया।

भारतीय सेना का स्पष्ट संदेश, शिव तांडव स्तोत्र के संगीत से दृढ़ मानसिकता दिखाई
तीनों सेनाओं के अधिकारी जब प्रेस ब्रीफिंग करने पहुंचे तो ऑडियो-वीडियो प्रस्तुति चलाई गई। इसके माध्यम से भी भारतीय सेना ने स्पष्ट संदेश दिया। ऐसा इसलिए क्योंकि जिस बैकग्राउंड संगीत का इस्तेमाल किया गया वह- शिव तांडव स्तोत्र का है। एयरमार्शल एके भारती, लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, वाइस एडमिरल एएन प्रमोद और मेजर जनरल एसएस शारदा ने भारतीय सेना की कार्रवाई पर जानकारी दी।

पहलगाम के बाद आया दमदार बयान देने का समय
डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा, आप सभी अब तक उस क्रूरता और नृशंस तरीके से परिचित हो चुके हैं, जिसमें 22 अप्रैल को पहलगाम में 26 निर्दोष लोगों की हत्या कर दी गई। पहलगाम के भयावह दृश्यों और परिवारों के दर्द को देखने के बाद निहत्थे नागरिकों पर हाल ही में हुए कई अन्य आतंकवादी हमलों की याद भी आई। सेना जानती थी कि एक राष्ट्र के रूप में हमारे संकल्प को दिखाने और एक दमदार बयान देने का समय आ गया है। ऑपरेशन सिंदूर की अवधारणा आतंक के अपराधियों और साजिश रचने वाले लोगों को दंडित करने और उनके आतंकी ढांचे को नष्ट करने के स्पष्ट सैन्य उद्देश्य के साथ की गई थी। भारत आतंक को नहीं सहने के लिए दृढ़ संकल्पित है।

सुप्रीम कोर्ट के अगले चीफ जस्टिस ने कहा- जब देश खतरे में हो…
भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश जस्टिस बीआर गवई ने पहलगाम आतंकी हमले पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, जब देश खतरे में हो तो सुप्रीम कोर्ट अलग नहीं रह सकता, हम भी इसी देश का हिस्सा हैं। जब हमने इस घटना के बारे में सुना तो हम स्तब्ध रह गए। न्यायमूर्ति गवई ने कहा, चीफ जस्टिस संजीव खन्ना उस समय देश में नहीं थे, इसलिए मैंने उनसे अनुमति लेकर पूरी अदालत की बैठक बुलाई। बैठक के बाद हमने तुरंत हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए सुप्रीम कोर्ट में दो मिनट का मौन रखने की घोषणा की।

शाम साढ़े छह बजे मीडिया ब्रीफिंग
भारत की थल सेना, नौसेना और वायुसेना के सैन्य महानिदेशक (डीजीएमओ) अब से थोड़ी ही देर बाद मीडिया ब्रीफिंग करेंगे।

जैसलमेर में सुरक्षा बलों ने निष्क्रिय की मिसाइल
राजस्थान के जैसलमेर में एक खेत में गिरी एक मिसाइल को सुरक्षा बलों ने निष्क्रिय कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, इस मिसाइल को कल बरामद किया गया था।

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