सेना की प्रेस कॉन्फ्रेंस:एयर मार्शल बोले- हमारी लड़ाई आतंकियों से थी, पाकिस्तानी सेना ने इसे अपना बना लिया; नुकसान के लिए वही जिम्मेदार

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नई दिल्ली / पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर पर भारतीय सेना ने सोमवार को लगातार दूसरे दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस की। आर्मी से DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, नेवी से वाइस एडमिरल एएन प्रमोद और एयरफोर्स से एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर 32 मिनट तक फिर जानकारी दी।

एयर मार्शल भारती ने कहा, ‘हमारी लड़ाई आतंकवादियों के साथ है। हमारी लड़ाई पाकिस्तानी मिलिट्री के साथ नहीं है। पाकिस्तान की सेना ने आतंकियों का साथ दिया, तो हमने उसका जवाब दिया। नुकसान के लिए वही जिम्मेदार हैं।’

इससे पहले रविवार शाम 6:30 बजे इन्हीं अफसरों ने 1 घंटा 10 मिनट तक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। भारत और पाकिस्तान के बीच 10 मई की शाम 5 बजे संघर्ष विराम हुआ था।

सेना ने कहा- अगली लड़ाई अलग तरह से लड़ी जाएगी

सवाल: आसमान में दोनों देशों के एयरक्राफ्ट थे। हमने पूरा दृश्य देखा। कितने एयरक्राफ्ट उनके और हमारे थे, क्या सबसे बड़ी आसमानी जंग थी? एयर मार्शल भारती बोले:

जैसा मैंने कल कहा था कि कितने जहाज थे, किस तरह की लड़ाई थी। ये तकनीकी डिटेल्स के सवाल हैं। हम जितना एक्सप्लेन करना था हम कर चुके हैं। इस लड़ाई को इस स्वरूप में होना था। अगली लड़ाई अलग तरह से लड़ी जाएगी। हर लड़ाई एक तरह से नहीं होगी। हमें बस उनसे आगे रहना है। यह अलग तरह की लड़ाई थी। कई और तरह की लड़ाई सामने आएगी और हम तैयार हैं।

एयर मार्शल भारती- हमें एक जॉब दी गई, हमने उसे पूरा किया

सवाल: आप सबूत दे रहे हैं, पाकिस्तान की ओर से कोई सबूत नहीं आ रहा है। अपनी जनता को भ्रम में डाल रहे हैं क्या। लश्कर, जैश के प्रमुखों के रिश्तेदार मारे गए। पाकिस्तानी कह रहे थे कि वे जीवित हैं। क्या हुआ आप बता सकते हैं

एयर मार्शल भारती: वे कोई जानकारी नहीं दे रहे हैं, यह पहले से ही हम सोच रहे थे। वे अपनी जनता को जानकारी नहीं दे रहे हैं। हमारी लड़ाई आतंकवादियों के साथ है। पाकिस्तान कोशिश कर रहा है कि वो अपनी कहानियां बनाए। हमें एक जॉब दी गई, हमने उसे पूरा किया।

एयर मार्शल भारती ने कहा- भय बिन होय ना प्रीत

सवाल- राष्ट्रकवि रामधारी की कविता है, याचना नहीं अब रण होगा, ये प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले दिखाई गई। ये किस तरह का संदेश है। तुर्किये के ड्रोन गिराए गए, क्या कहेंगे?

एयर मार्शल भारती- मेरे साथी ने बताया कि तुर्किये के ड्रोन थे। दिनकर की कविता से शुरू किया गया। संदेश पर रामचरित मानस याद दिलाऊंगा।

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बाकी समझदार के लिए इशारा काफी है। तुर्किश ड्रोन हों या कहीं के भी ड्रोन हों, हमने दिखा दिया है कि किसी भी तरह की टेक्नोलॉजी का सामना करने के लिए हम तैयार हैं।

सेना ने कहा- हम नए मिशन के लिए तैयार हैं

एयर मार्शल एके भारती ने कहा- यह स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं कि सभी मिलिट्री बेस, सिस्टम ऑपरेशनल हैं और नए मिशन के लिए तैयार हैं।

वाइस एडमिरल प्रमोद ने बताया,  हमारे पायलट 24 घंटे अलर्ट मोड में थे

वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने बताया, ‘नौसेना सर्विलांस, डिटेक्शन में लगी हुई थी। हमने मल्टीपल सेंसर्स और इनपुट्स दिए। हमने उन खतरों को पहचाना, जिन्हें तुरंत न्यूट्रिलाइज्ड किया जाना था। ड्रोन, हाईस्पीड मिसाइल और एयरक्राफ्ट की जानकारी दी गई, ये एडवांस राडार के जरिए दी गई। हमारे पायलट रात और दिन में ऑपरेट करने के लिए तैयार थे। हमारे एयरक्राफ्ट कैरियर में मिग-29 एक्शन के लिए तैयार थे। संदिग्ध दुश्मन जहाज को कई सौ किमी. पास आने का मौका हमने पास के सालों में नहीं दिया है।

घई ने विराट का उदाहरण देकर, भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम को समझाया 
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया, ‘इंटरनेशनल बाउंड्री से रडार, एयर डिफेंस सिस्टम, विटेंज एयर डिफेंस सिस्टम और मॉडर्न एयर डिफेंस सिस्टम की लेयर थी। इसे पारकर हमारी एयरफील्ड को अटैक करना उनके लिए मुश्किल था।

ये चित्र एक घटना की याद दिलाता है। 70 के दशक में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच एशेज चल रहा था। 2 तेज गेंदबाज जेफ थॉमसन और डेनिस लिली ने अंग्रेजी बैट्समैन को तहस-नहस कर दिया। ऑस्ट्रेलियंस ने उस समय एक कहावत निकाली थी। ऐशेज टू एशेज एंड डस्ट टू डस्ट।

आज क्रिकेट की भी बात जरूरी है। विराट कोहली ने संन्यास लिया है, वे मेरे भी फेवरेट क्रिकेटर हैं।

हमारी फोटो में दिखाई गई इस लेयर को पार कर भी गए तो हमारी एयरफील्ड को हिट करने से पहले कोई ना कोई सिस्टम उन्हें गिरा देगा। हमारी एयर डिफेंस शील्ड हर वक्त एक्टिव है।

बीएसएफ की भी सराहना करूंगा। उनके डायरेक्टर जनरल से लेकर पोस्ट पर पहरा देने वाले जवान बढचढ़कर शामिल हुए और हमें हेल्प किया। हमारी मल्टी टियर्ड ग्रुप का वे भी हिस्सा थे। आपने सुना होगा, जब हौसले बुलंद हों तो मंजिलें कदम चूमती हैं।

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तीनों सेनाएं मिलकर काम कर रही थीं। हमारे 140 करोड़ भारतीय हमारे पीछे खड़े थे। इसके लिए हम आपको सैल्यूट करते हैं।

लेफ्टिनेंट जनरल घई ने कहा, आतंक की गतिविधियों के कैरेक्टर बदलाव आ रहा है

लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा, ‘आज मैं इस युद्द के अहम पहलू के बारे में बता रहा हूं। हमें एयर डिफेंस ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई को समझने की आवश्यकता है। मैंने कल बताया था कि पिछले कुछ सालों में आतंक की गतिविधियों के कैरेक्टर में बदलाव आ रहा था।’

सेना ने बताया-  हमारी तरफ कम से कम नुकसान हुआ

कल हमने कुछ टारगेट्स की डिटेल्स को आपके साथ शेयर किया था। हम जो तस्वीरें दिखा रहे हैं, वो बता रही हैं कि हमने दुश्मन ड्रोन, फाइटर एयरक्राफ्ट और मिसाइल गिराईं। हमारी तरफ कम से कम नुकसान हुआ।

भारती ने कहा, आकाश सिस्टम से भी हमलों का जवाब दिया

एयर मार्शल एके भारती ने बताया, हमने सिविलियन और मिलिट्री इन्फ्रास्ट्रक्चर को मिनिमम रखी, जबकि पाकिस्तानी सेना लगातार हमले कर रही थी। आपको पता है कि एयर डिफेंस सिस्टम की हमारे पास वैरायटी है, लो लेवल फायरिंग, सरफेस टु एयर मिसाइल, लॉन्ग और शॉर्ट रेंज मिसाइल शामिल है। हम पर ड्रोन और uav से हमला किया गया है। पाकिस्तानी हमले के दौरान हमारे सभी सिस्टम एकसाथ एक्टिव हुए, मॉडर्न डेज वार फाइटिंग के लिहाज से ये अहम था। पुराने माने जा रहे एयर डिफेंस सिस्टम ने भी सही तरह से काम किया। आकाश सिस्टम से भी हमलों का जवाब दिया गया।

सेना ने बताया,  पाकिस्तान ने हमले में चाइनीज वेपन इस्तेमाल किए

एयर मार्शल एके भारती ने बताया, ‘पाकिस्तान की तरफ से किए गए हमले में चाइनीज ओरिजन की मिसाइल शामिल थीं, इनमें लॉन्ग रेंज रॉकेट थे, uav थे, चीनी ओरिजन के कुछ कॉप्टर्स और ड्रोन थे। इन्हें हमारे एयरडिफेंस सिस्टम ने मार गिराया।’

सेना ने कहा, पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों का साथ दिया 

एयर मार्शल एके भारती- ‘हमारी लड़ाई आतंकवाद और आतंकवादियों के साथ थी, 7 मई को हमने सिर्फ आतंकवादियों पर हमला किया। पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों का साथ दिया और हमें जवाब देना पड़ा। उन्हें जो नुकसान हुआ उसके लिए पाकिस्तानी सेना जिम्मेदार है।’

एयर मार्शल एके भारती ने कहा- हमारी लड़ाई आतंकवादियों के खिलाफ

एयर मार्शल एके भारती ने कहा, ‘कल हमने ऑपरेशन सिंदूर की जॉइंट ऑपरेशन की डिटेल ब्रीफिंग दी थी। हमने कहा था कि हमारी लड़ाई आतंकवादियों के साथ है। हमारी लड़ाई पाकिस्तानी मिलिट्री के साथ नहीं है। पाकिस्तान सेना ने दखलंदाजी की, हमने उसका जवाब दिया।’

सबसे पहले लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई बोले, कहा- सिर्फ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया

लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा- ‘आप सबको पता है कि पहलगाम अटैक में किस क्रूरता से 26 लोगों को मारा गया था। इसके बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान और PoK स्थित आतंकी ठिकानों को टारगेट किया। इसमें दुश्मनों को भारी नुकसान हुआ।’

ऑपरेशन सिंदूर के तहत 7 मई को हुई कार्रवाई में सीमा पार 9 ठिकानों पर हमने 100 आतंकवादी मार गिराए। इसमें कंधार हाईजैक और पुलवामा अटैक में शामिल 3 बड़े आतंकी चेहरे भी शामिल थे।

7 मई को हुई कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइल्स से हमारे बॉर्डर स्टेट्स में स्थित सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश की। हमनें उन्हें हवा में ही मार गिराया। एक भी टारगेट सक्सेस नहीं होने दिया।

इसके बाद हमने पाकिस्तान को जवाब देते हुए सख्त कार्रवाई की, जिसमें पाकिस्तानी सेना के 35 से 40 सैनिक और अफसर मारे गए। बॉर्डर और LoC पर हुई पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी में हमारे 5 जवान शहीद हुए हैं।

मुरीदके के टेररिस्ट कैंप के बाद बहावलपुर ट्रेनिंग कैंप में कई इन्फ्रास्ट्रक्चर को चुना, जहां आतंकवाद को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया जा सकता था। इन 2 टेररिस्ट कैंप को हमने टारगेट बनाया और इन्हें तबाह किया।

फिर एयर मार्शल भारती बोले, कहा- हमने वहां हमला किया, जहां उन्हें सबसे ज्यादा दर्द हो

एयर मार्शल भारती ने कहा कि हमने 7 मई की रात उनके लाहौर और गुजरांवाला स्थित रडार सिस्टम को निशाना बनाया। हम उन्हें यह बताना चाहते थे कि उनके मिलिट्री ठिकाने हमारी पहुंच से दूर नहीं थे। 8-9 मई को पाकिस्तान ने ड्रोन और एयरक्राफ्ट से हमारे बॉर्डर पर हमला किया था और मिलिट्री ठिकानों को निशाना बनाने की उनकी ज्यादातर कोशिशें नाकाम रहीं।

पाकिस्तान ने 8-9 मई की रात श्रीनगर से नलिया तक ड्रोन और एयरक्राफ्ट से हमला किया। उन्होंने जम्मू, उधमपुर, पठानकोट, नाल, डलहौजी, फलौदी में अटैक किया, जिसे हममें नाकाम कर दिया।

हमारी जमीन पर उनके लगातार हमलों से कोई नुकसान नहीं पहुंचा। लाहौर के करीब से ड्रोन अटैक लॉन्च किए गए थे। उन्होंने अपने और इंटरनेशनल पैसेंजर विमान एयर स्पेस में उड़ने दिए।

एयर मार्शल बोले- PAK हमलों के बाद अपने जवाबी कार्रवाई की

एयर मार्शल भारती ने बताया कि भारत ने पाक हमलों पर जवाबी कार्रवाई की। हमने वहां हमला किया, जहां उन्हें सबसे ज्यादा दर्द हो। उनके एयरबेस कमांड सिस्टम, मिलिट्री एयरबेस पर अटैक किया। चकलाला, रफीकी, रहरयार खान में हमला किया। हमने उन्हें कहा कि आक्रामकता को माफ नहीं किया जाएगा।

हमारे पास उनके हर बेस पर हर सिस्टम को निशाना बनाने की क्षमता है। हम चाहते हैं कि हमारे शत्रु आगे तनाव बढ़ाने की कोशिश ना करें।

हमने पहलगाम अटैक के बाद अरब सागर में कई ड्रिल की, हथियारों की चेकिंग की। हम अपनी तैयारी को परख रहे थे। नेवी ने पाकिस्तानी नेवी को लगातार मॉनिटर किया। हम उनकी हर लोकेशन और मूवमेंट से वाकिफ थे।

3 घंटों में PAK ने सीजफायर तोड़ा

एयर मार्शल भारती ने कहा कि 10 मई को दोपहर 3:30 बजे पाकिस्तानी DGMO ने कॉल किया। इसमें तय हुआ कि 7 बजे के बाद से कोई हमला नहीं किया जाएगा। अगली बातचीत 12 मई को होगी।

पाकिस्तान ने बातचीत के 3 घंटे के बाद ही सीजफायर तोड़ दिया। इसके बाद पाक को संदेश भेजा। 11 मई की रात तक इंतजार करेंगे। अगर कुछ किया तो बड़ा प्रहार करेंगे।

सीजफायर उल्लंघन के बाद हमारे आर्मी चीफ ने हमें जवाब देने के लिए पूरी अथॉरिटी दी है। हमारे 5 जवान मारे गए, उन्हें हम श्रद्धांजलि देते हैं। हमने तनाव बढ़ाने वाली कोई प्रतिक्रिया नहीं की, लेकिन अगर हमारी संप्र भुता और अखंडता पर हमला किया गया तो इसका निर्णायक जवाब देंगे।

ऑपरेशन सिंदूर की 4 बड़ी बातें…

1. हमारा मकसद टारगेट हिट करना, नुकसान पहुंचाना नहीं वायु सेना और थल सेना के बीच बेहतर तालमेल हुआ, जिसमें सभी एजेंसियों की अहम भूमिका रही। हमने नुकसान नहीं पहुंचाया, क्योंकि हयूमनिटेरियन डिस्ट्रक्शन हमारा उद्देश्य नहीं था। हमने वह टारगेट चुना, जिससे उन्हें इस्तेमाल में दिक्कत हो जाए, वो सतर्क हो जाएं। हमारा मकसद उनकी सैन्य क्षमताओं को नुकसान पहुंचाना था, नागरिकों को नहीं।

2. पाक के कितने विमान गिराए, उनका नंबर नहीं बता सकते पाकिस्तानी विमानों ने हमारी सीमा में घुसने की कोशिश की, हमने उन्हें मार गिराया। लेकिन कितने गिराए गए, यह बताना अभी मुमकिन नहीं है।

3. हमारे सभी पायलट सुरक्षित जो हमारे विमान गिरा है वह क्रैश हुआ है। इसके पीछे तकनीकी वजह हो सकती है। जांच चल रही है। हमारे सभी पायलट सुरक्षित हैं।

4. क्या करने चिंताजनक नहीं, क्या कर सकते, ये पता है दो से 3-4 दिन से हमें इस तरह की घटना के संकेत मिल रहे थे। हमारी तैयारी पूरी थी। हमने ठिकानों की पहचान कर ली थी। हमें मालूम था कि हमला कब, कहां और किससे होगा। हम सिर्फ जवाब देने के लिए तैयार नहीं थे, बल्कि आगे भी सोच रखा था कि क्या करना है। इसलिए हमने तय किया कि कहां और कैसे प्रहार करना है।

50 मिनट की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद 20 मिनट सवालों के जवाब दिए

सवाल: पाकिस्तान के साथ सीजफायर पहले भी हुआ है। इस बार सीजफायर का उल्लंघन होता है या उनकी तरफ से कुछ हरकत की जाती है तो भारत क्या कार्रवाई करेगा? एयर मार्शल भारती: हां, आपने सही कहा कि पहले भी दोनों देशों के बीच सहमति बनी है। इस बार भी यही हुआ है, लेकिन दुर्भाग्यवश 10 मई की शाम 7 बजे के करीब पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया। हमने इसके बारे में उन्हें बताया भी। देखते हैं आज क्या होता है। हमारे जवाब देने की बात हो तो आप जान सकते हैं भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है।

सवाल: ऑपरेशन के दौरान कितने पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं। इस ऑपरेशन में ब्रह्मोस, S-400 मिसाइल की क्या भूमिका रही। एयर मार्शल भारती: अभी तक जो जानकारी मिली है, उसके हिसाब से पाकिस्तान के 35 से 40 जवान मारे गए हैं। वैसे भी हमारा टारगेट उनकी सेना नहीं बल्कि आतंकी ठिकाने थे। भारत ने कौन से हथियारों का इस्तेमाल किया, फिलहाल इसकी जानकारी नहीं दी जा सकती। वैसे भी हमारा काम टारगेट को निशाना बनाना है, शव को गिनना नहीं।

सवाल: ऑपरेशन सिंदूर में क्या राफेल का इस्तेमाल हुआ। क्या ऑपरेशन में इसे पाकिस्तान में क्रैश या मार गिराया गया? एयर मार्शल भारती: इस वक्त मैं इस पर कोई कमेंट नहीं करना चाहूंगा क्योंकि हम अभी भी युद्ध की हालत में हैं। अगर मैं इस पर कुछ कहूंगा तो इसका उल्टा असर होगा। हम उन्हें (पाकिस्तान को) इस वक्त कोई फायदा नहीं देना चाहते हैं। बस इतना कहूंगा कि जो मकसद हमने तय किया उसे हासिल किया और हमारे सभी पायलट सुरक्षित वापस आए।

सवाल: हमने कितने पाकिस्तानी विमानों को मार गिराया। एयर मार्शल भारती: ‘जैसा कि मैंने कहा, उनके विमानों को हमारी सीमा में आने से रोका गया। इसलिए हमारे पास मलबा नहीं है, लेकिन निश्चित रूप से, हमने कुछ पाकिस्तानी विमानों को मार गिराया है। संख्या के बारे में हम यहां कोई अनुमान नहीं लगाना चाहेंगे, मेरे पास संख्याएं हैं और हम इन्हें स्थापित करने के लिए तकनीकी विवरण प्राप्त कर रहे हैं। इसलिए मैं इस समय कोई आंकड़ा नहीं देना चाहूंगा।’

सवाल: पाकिस्तान में 21 आतंकी ठिकाने चुने गए हैं, जिसमें से 9 तबाह किए गए। आपका कहना है कि ऑपरेशन सिंदूर जारी है, क्या बचे हुए ठिकाने आगे तबाह किए जाएंगे?लेफ्टिनेंट जनरल घई: भविष्य के ऑपरेशन के बारे में मैं ज्यादा कुछ नहीं बता सकता, लेकिन इतना तय है कि CDS ने हमारे सभी कमांडर को छूट दे रखी है कि वे किसी भी बॉर्डर वॉयलेशन का जवाब दें।

कौन हैं भारत के DGMO राजीव घई; पिछले साल ही मिली जिम्‍मेदारी, 33 साल का आर्मी करियर

डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस यानी DGMO एक सीनियर आर्मी अधिकारी को बनाया जाता है जो मिलिट्री प्लानिंग और और बॉर्डर ऑपरेशन्स का काम करता है। भारत में आमतौर पर ये पद लेफ्टिनेंट जनरल को दिया जाता है जो इस वक्त राजीव घई हैं।

कांग्रेस का पोस्टर- इंदिरा होना आसान नहीं: पायलट बोले- वॉशिंगटन से सीजफायर का ऐलान सवाल खड़े करता है

भारत और पाकिस्तान के बीच 10 मई को सीजफायर का ऐलान किया गया। एक दिन बाद कांग्रेस ने दिल्ली में हेडक्वॉर्टर के बाहर ‘इंदिरा होना आसान नहीं’ वाला पोस्टर लगाया। इस पोस्टर के साथ ही 1971 के युद्ध में पाकिस्तान के सरेंडर वाली तस्वीरें भी लगाईं। पोस्टर में इंडिया मिस इंदिरा (भारत इंदिरा को याद कर रहा है) की बात भी लिखी गई।


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