सीहोर / वेट लिफ्टिंग को पूजा मानकर लगातार 50 सालों से विभिन्न प्रतियोगिता में क्षेत्र का नाम रोशन करने वाले 65 वर्षीय सीनियर वेट लिफ्टिर को शनिवार को बिलकिसगंज क्षेत्र सहित आस-पास के खेल प्रेमियों ने आगामी 27 मई से 31 मई तक कतर के दोहा में खेली जाने वाले मास्टर्स वेट लिफ्टिंग चैम्पियनशिप के लिए ढोल-बाजे के साथ रविवार को विदा किया जाएगा उनके राष्ट्रीय स्तर पर चयन होने पर क्षेत्र में खुशी का माहौल व्याप्त था।
65 वर्षीय वेट लिफ्टर श्री पाराशर का चयन कतर के दोहा में होने वाली एशियन चैम्पियनशिप के लिए चयन किया गया है। यह गौरव का पल है कि मध्यप्रदेश के एक मात्र खिलाड़ी के रूप में प्रदेश का प्रतिनिधित्व करेंगे। इस संबंध में जानकारी देते हुए सीनियर खिलाड़ी और वेट लिफ्टिंग कोच श्री पाराशर ने बताया उनका एशियन चैम्पियनशिप में 65 से 69 आयु वर्ग एवं 89 किलोग्राम वर्ग में देश को पदक दिलाने का प्रयास करेंगे। पहले भी सीहोर जिले के बिलकिसगंज ग्राम के श्री पाराशर ने देश को तीन स्वर्ण पदक विश्व स्तरीय प्रतियोगिता एवं दो स्वर्ण पदक कामन वेल्थ चैम्पियनशिप में दिलाए है। 65 वर्षीय वेट लिफ्टर अभी भी सुबह 3 घंटे और शाम को एक घंटे अभ्यास करते है एवं देश के लिए मेडल लाने हेतु सतत प्रयत्नशील है। खिलाड़ी जब रिटायरमेंट के बारे में सोचते या रिटायरमेंट की घोषणा करते हैं, उस दौरान मोहन ने अपने कार्यों, सक्रियता और समर्पणभाव से कभी समझौता नहीं किया। उनकी लगन और परिश्रम का परिणाम है कि उन्होंने 63 की उम्र में विश्व विजेता का खिताब अपने नाम किया है। मात्र 13 साल की आयु में जिले स्तर पहली बार भाग लिया तो गोल्ड जीता जिससे उसका उत्साह बढ़ गया और पीछे मुड़ कर नहीं देखा। उसके बाद स्टेट लेवल फिर नेशनल लेवल और अब इंटरनेशनल लेवल पर गोल्ड हासिल किए।
इससे पहले वह 2021 में आस्ट्रेलिया कामन वेल्थ से स्वर्ण, मार्च 2023 में न्यूजीलैंड के आकलैंड में मास्टर्स वर्ल्ड कप से गोल्ड के साथ ही कामन वेल्थ में गोल्ड के अलावा नवंबर में 2023 में ही ग्रीस के अथेंस से वर्ल्ड अंतर्राष्ट्रीय मास्टर्स वेटलिफ्टिंग में भारत का स्वर्ण पदक दिला चुके है। गत दिनों जर्मनी में वेट लिफ्टिंग की अंतर्राष्ट्रीय वर्ल्ड चैम्पियनशिप से भारत को स्वर्ण पदक दिलाकर यह सिद्ध किया है कि वह आज भी चैम्पियन है। श्री पाराशर का मानना है कि अगर खेल के प्रति हौसला बुलंद हो तो आसानी से लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। युवाओं को हर खेल में पूरे हौसले के साथ मैदान में उतर कर मुकाबला करना चाहिए। कुछ करने और सफल होने की कोई उम्र नहीं होती। जिला मुख्यालय के समीपस्थ ग्राम बिलकिसगंज निवासी 63 वर्षीय वेट लिफ्टर ने इस बात को सच कर दिखाया है। उन्होंने मात्र 13 साल वेट लिफ्टिंग शुरू की। अब 65 की उम्र में लगातार इंटरनेशनल प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक जीतकर एकबार फिर खुद को साबित करते आ रहे है। अब पहली बार कतर के दोहा में होने वाली एशियन मास्टर्स वेट लिफ्टिंग चैम्पियनशिप में भी भारत का परचम लहराऐंगे। इसके लिए रविवार को वह कतर के लिए रवाना होंगे।