भोपाल / शनि जयंती और बड़े मंगल का सात साल बाद शुभ योग, सवा क्विंटल तेल से अभिषेक
11 सौ क्वार्टर शनि मंदिर में पूजा भक्तों ने की । इस दौरान भारी भीड़ लगी रही।
शनि पीड़ा से राहत के लिए हनुमानजी और शनिदेव दोनों की आराधना विशेष फलदायी मानी गई है। मंगलवार को शनि जयंती के साथ-साथ ज्येष्ठ माह का तीसरा बड़ा मंगल भी था। ज्येष्ठ माह में शनि जयंती और बड़े मंगल का शुभ संयोग सात साल बाद बना, जो इसके पहले 15 मई 2018 में बना था। इन दोनों पर्वों के शुभ संयोग में शहर के हनुमान और शनि मंदिरों में दर्शनार्थियों की भारी भीड़ रही। श्रद्धालुओं ने शनिदेव का तेल, तिल, काली उड़द आदि से अभिषेक किया। इसी प्रकार मंदिरों में हनुमानजी का विशेष श्रृंगार किया गया। मंदिरों में हनुमान चालीसा, सुंदरकांड पाठ, भंडारे हुए।
लाभिषेक के साथ मंत्रित अंगुठियों का वितरण
शनि जयंती पर शहर के शनि मंदिरों में शनिदेव का तेलाभिषेक किया गया। शहर की सबसे बड़ी 51 फीट प्रतिमा का भी सवा क्विंटल तेल से अभिषेक किया गया, यहां 121 कुंडीय महायज्ञ और विशेष धार्मिक अनुष्ठान हुए।

सोने-चांदी के वर्क से शृंगार, सुंदरकांड व भंडारा
बड़े मंगलवार के मौके पर हनुमान मंदिरों में विशेष अनुष्ठान हुए। चार इमली के मेंहदीपुर बालाजी हनुमान मंदिर में हनुमानजी का विशेष अभिषेक हुआ। मंदिर के पं. रामशंकर थापक ने बताया कि इस मौके पर सोने और चांदी के वर्क से श्रृंगार कर भोग लगाया। इसी प्रकार अरेरा कॉलोनी 1100 क्वार्टर हनुमान मंदिर, पंचमुखी हनुमान मंदिर, बूढ़ा हनुमान मंदिर लालघाटी, अर्जीवाले हनुमान मंदिर, सिद्धेश्वर हनुमान मंदिर सहित अन्य हनुमान मंदिरों में भी विशेष अनुष्ठान हुए।