राजगढ़ / के ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं ने अपने हौसले की दम से दूध कलेक्शन कंपनी खड़ी कर दी। 12 महिलाओं ने 8 वर्ष पहले 1-1 हजार रुपए जुटाकर 12 हजार रुपए से मालव मिल्क प्रॉड्यूसर कंपनी बनाई। अब इसमें 23 हजार 958 महिलाएं जुड़ी हैं। कंपनी का टर्न ओवर 175 करोड़ रुपए है। इस वर्ष 250 करोड़ का लक्ष्य है। कंपनी बनने से अब तक महिला सदस्यों के अकाउंट में 360 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए गए हैं।
जानिए, कैसे घर की दहलीज लांघ महिलाओं ने खड़ी की कंपनीः मालव मिल्क प्रॉड्यूसर कंपनी की अध्यक्ष रामश्री शर्मा बताती हैं। घर में पशु पालन होता था। गांव में दूधिया को दूध देते थे, लेकिन वह मनमाने
के साथ 1-1 हजार रुपए इकडे कर समूह बनाया। मवेशी पालने लोन लिया। 18 अगस्त 2017 को मालव मिल्क प्रॉड्यूसर कंपनी बनाई।
12 महिलाओं से शुरू हुई कंपनी 8 वर्ष में 23 हजार 958 महिला सदस्यों वाली कंपनी है। शेयर पूंजी भी 12 हजार से बढ़कर 3 करोड़ 10 लाख रुपए है।
राजगढ़ से निकल दूसरे जिलों की महिलाओं को भी जोड़ाः मालव मिल्क प्रॉड्यूसर कंपनी की अध्यक्ष रामश्री शर्मा बताती हैं, कंपनी ने 1 जुलाई 2018 से व्यवस्तय शुरू कर दिया था। राजगढ़ के अलावा कंपनी का संचालन प्रदेश के शिवपुरी, गुना, दतिया और श्योपुर जिलों में है। इन जिलों की बहनें भी दूध कारोबार से जुड़ गई हैं। 800 से ज्यादा गांवों से रोजाना 1 लाख लीटर दूध दिल्ली में मदर डेयरी और
100 से ज्यादा लोगों को रोजगार, सदस्यों को ट्रेनिंग
महिलाओं की दूध कंपनी अब मल्टीनेशनल कंपनी की तरह 100 से ज्यादा लोगों को रोजगार दे रही है। कंपनी से जुड़ी महिलाओं को दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए पशु पालन की ट्रेनिंग दी जाती है। मवेशी को किस मौसम में कैसा चारा खिलाएं, बताया जाता है। दूध कलेक्शन सेंटर में तकनीकी परीक्षण कर दूध एकत्रित किया जाता है।