पाराशरी नदी के उद्गम स्थल पर की पूजा-अर्चना

गंजबासौदा. मप्र शासन में ग्रामीण विकास एवं श्रम मंत्री प्रहलाद पटेल सोमवार को स्थानीय जनपद पंचायत में आयोजित पंच सरपंच समेलन और जल गंगा संवर्धन अभियान में शामिल
विदिशा
प्रदेश की सभी नदियों में जलधारा बनी रहे इसके लिए उद्गम स्थलों पर अधिक से अधिक पौधरोपण कार्य करें ताकि वे वृ़क्षो में परिवर्तित होकर अधिक से अधिक पानी नदियों के उद्गम स्थलों से प्रभावित हो सकें। उक्त आश्य के विचार पंचायत एवं ग्रामीण विकास और श्रम मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने सोमवार को विदिशा जिले के ग्राम चकहिनोदा में पाराशरी नदी के उद्गम स्थल पर पूजा अर्चना करने के उपरांत आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए है मंत्री श्री पटेल ने कहा कि नदियां पहले बारहमासी बहा करती थी धीरे-धीरे जल दोहन अधिक हुआ किन्तु संचय कम होने से प्रमुख एवं उनकी सहायक नदियां सूखने लगी है। उन्होंने कहा कि नदियों के उद्गम स्थलों पर अधिक से अधिक पौधरोपण् कार्य हो इसके लिए राज्य सरकार द्वारा तीन स्तरों पर कार्ययोजना तय की गई है और हरेक स्तर पर राशि प्रदाय की जाएगी। उन्होंने पूर्व के पौधरोपण कार्यो की रिपोर्ट से असंतुष्ट होते हुए पहली बार पौधरोपण से पहले जून माह तक गडढे खोदने और फिर पौधरोपण करने और पौधो की रक्षा के लिए तार फेंसिग वहीं ग्रीष्मकाल के दौरान रोपित किए गए पौधो को पानी मिल सकें इसके लिए ड्रिप प्रणाली के लिए पंचायतो को राशि दी जाएगी
मंत्री श्री पटेल ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 90दिवसीय जल गंगा संवर्धन अभियान का क्रियान्वयन किया जा रहा है उन्होंने अभियान के उद्धेश्यों की प्राप्ति के लिए चरणबद्ध तरीको से सम्पन्न कराए जाने वाले कार्यो को रेखांकित किया है।
मंत्री श्री पटेल ने पाराशरी नदी के उद्गम स्थल को समृद्ध करने के लिए जन अभियान, जन सहभागिता पर बल देते हुए कहा कि हम जो भी पौधा रोपित करे वह वृक्ष बनाने की तभी हमारी पौधा लगाने की सार्थकता होगी। उन्होंने कहा कि नदियों को नहर नही बनने दें। पानी की एक-एक बूंद का सदुपयोग करें। प्राकृतिक विरोधी ट्यूबबेल का खनन कम से कम करें। आने वाली पीढी को हम जल की उपलब्धता प्रचुर मात्रा में दें सके के सफल प्रयास सामूहिक रूप से होने चाहिए। कार्यक्रम में जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक व अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहें।