सीहोर / के ग्राम देवली में आदिवासियों की जमीन पर अवैध कब्जे का मामला सामने आया है। उदय सिंह सेंदव महाराज और पूर्व शिक्षक कमल सिंह सेंधौ पर आरोप है कि उन्होंने पिछले चार साल से पटवारी और तहसीलदार से मिलीभगत कर अनुसूचित जाति-जनजाति के लोगों की जमीन हड़प ली है।
पीड़ितों का आरोप है कि आरोपियों ने कई आदिवासियों के टपरे जला दिए और वर्षों पुराने सार्वजनिक रास्ते बंद कर दिए। थाना आष्टा में शिकायत की गई, लेकिन महाराज के प्रभाव के कारण रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई।
दलित चिंतक सेवादल कांग्रेस के जिलाध्यक्ष नरेन्द्र खंगराले जाटव के नेतृत्व में पीड़ित आदिवासियों ने डिप्टी कलेक्टर नितिन टाले और पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला को ज्ञापन दिया। खंगराले ने आरोप लगाया कि आष्टा तहसील के पुलिस, एसडीएम और तहसीलदार की मिलीभगत से दलित-आदिवासियों पर अत्याचार बढ़ रहे हैं।
कार्रवाई नहीं होने पर भूख हड़ताल करेंगे
उन्होंने बताया कि यदि कलेक्टर और एसपी ने शीघ्र कार्रवाई नहीं की, तो आष्टा तहसील कार्यालय के सामने भूख हड़ताल की जाएगी। ज्ञापन देने वालों में दीपक सोनकर, जगदीश, देवलाल, श्रीराम, जीवन सिंह समेत कोरकु आदिवासी और जांगड़ा समाज के कई लोग मौजूद थे।