भोपाल / सिटी लिंक लिमिटेड (बीसीएलएल) के अधीन काम कर रही इन्क्यूबेट सॉफ्ट कंपनी के 40-50 ड्राइवर-कंडक्टर्स ने सोमवार को हड़ताल कर दी। प्रोविडेंट फंड (पीएफ) और तनख्वाह न मिलने से नाराज ड्राइवर-कंडक्टर्स का दावा है कि यदि हमारी मांगें पूरी नहीं की जाती हैं तो यह हड़ताल बेमुद्दत की जाएगी। इस दौरान भोपाल के दो बड़े रूट्स (चिरायु अस्पताल से कटारा हिल्स और कोकता बायपास से रातीबड़) पर 25 बसें नहीं उतारी गईं। इस कारण दोनों रूट पर रोजाना सफर करने वाले करीब 18 हजार यात्रियों को दूसरे पब्लिक ट्रांसपोर्ट्स का सहारा लेना पड़ा। हालांकि, इस मामले में बस ऑपरेटर कंपनी की ओर से बागसेवनिया थाने में शिकायत की गई है। वहीं, बीसीएलएल के अफसरों का कहना है कि जल्द ही बसों का संचालन शुरू किया जाए।
कुल 18 हजार यात्री हैं इन दो रूट पर
सोमवार को डिपो के बाहर विरोध जताते ड्राइवर और कंडक्टर्स।
रोज की तरह सोमवार सुबह करीब 7 बजे इन्क्यूबेट सॉफ्ट कंपनी के ड्राइवर-कंडक्टर एम्प्री परिसर के पास बने डिपो पर पहुंचे, लेकिन बसें सड़क पर नहीं उतारीं। धीरे-धीरे उनकी भीड़ बढ़ने लगी तो इन्क्यूबेट सॉफ्ट कंपनी प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी और प्रदर्शन शुरू हो गया। कंडक्टर यूनियन अध्यक्ष सत्यम शर्मा का कहना है कि कंपनी ने 3 साल से पीएफ नहीं दिया है और 5 महीने से वेतन भी बाकी है। लोकल प्रबंधन से बात करने पर जवाब मिलता है कि हैद्राबाद मुख्यालय में बात करो। हैदराबाद पता किया तो सामने आया कि हमारा पीएफ और तनख्वाह जारी कर दी गई है। अब हमारे पास हड़ताल के अलावा और कोई चारा नहीं बचा। इधर, बीसीएलएल के मैनेजर एडमिन रोहित यादव का कहना है कि बस ऑपरेटर से बीसीएलएल की बातचीत जारी है। जल्द ही हम बसों का संचालन शुरू करवा देंगे।