इछावर / आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़ा थम नहीं रहा। मामला इछावर के ग्राम काकड़खेड़ा निवासी श्यामलाल सेन का है। जिनके नाम से आयुष्मान कार्ड बन चुका है, लेकिन उन्हें इसकी जानकारी तक नहीं थी। वह पैरों का इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे और आयुष्मान कार्ड बनवाने की बात कही, तब पता चला कि उनका कार्ड पहले से है।
अस्पताल कर्मचारियों ने कार्ड दिखाया। नाम, पता सब कुछ सही था, लेकिन फोटो किसी और की थी। यानी किसी और व्यक्ति ने श्यामलाल के नाम पर कार्ड बनवाकर योजना का लाभ ले लिया। श्यामलाल ने बताया कि उन्होंने कभी आयुष्मान कार्ड नहीं बनवाया। वह पहली बार इसके लिए अस्पताल पहुंचे थे।
ये असली चेहरा।
थाने और जनपद पंचायत के चक्कर काट रहा श्यामलाल, समाधान नहीं हुआ, जांच की मांग
अब श्यामलाल असली कार्ड पाने के लिए थाने और जनपद पंचायत कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं मिला। श्यामलाल ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि कार्ड कब और कैसे बना। पैरों में दर्द के इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे थे। वहां बताया गया कि आयुष्मान कार्ड से इलाज मुफ्त होगा। पैसे बचेंगे। जब सरकारी अस्पताल में कार्ड बनवाने पहुंचे, तब फर्जीवाड़े का पता चला। श्यामलाल ने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए।