सीहोर / जिले में खरीफ की बोवनी का कार्य तेजी से शुरु हो गया है। जिले में बोवनी के लिए किसान खाद, बीज खरीदने में लगे हुए हैं। जिले में खरीफ की बोवनी के लिए पर्याप्त खाद उपलब्ध है। कृषि विभाग ने खरीफ का रकबा करीक 4 लाख हेक्टेयर रखा है। सबसे ज्यादा दो लाख 95 हजार हेक्टेयर में सोयाबीन और 45 हजार 500 हेक्टेयर में धान की बोवनी होगी। सीजन में खाद की ब्लैक मार्केटिंग नहीं हो, इसके लिए दर निर्धारित कर दिए गए हैं। यदि कोई दुकानदार निर्धारित दर से ज्यादा रेट पर खाद बेचते पाया जाएगा तो उसके खिलाफ सत कार्रवाई की जाएगी।
किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के उपसंचालक अशोक कुमार उपाध्याय ने बताया कि खरीफ वर्ष 2025 में सीहोर जिले को 39139 मीट्रिक टन यूरिया, 10436 मीट्रिक टन डीएपी, 8944 मीट्रिक टन एनपीके, 21474 मीट्रिक टन एसएसपी एवं 619 मीट्रिक टन एमओपी प्राप्त हुआ है, जिसमें से 16175 मीट्रिक टन यूरिया, 5840 मीट्रिक टन डीएपी, 4332 मीट्रिक टन एनपीके, 7638 मीट्रिक टन एसएसपी एवं 63 मीट्रिक टन एमओपी किसानों को वितरित किया जा चुका है। वर्तमान में जिले के पास 22964 मीट्रिक टन यूरिया, 4596 मीट्रिक टन डीएपी, 4612 मीट्रिक टन एनपीके, 13836 मीट्रिक टन एसएसपी, एवं 556 मीट्रिक टन एमओपी उपलब्ध है। जिले में कार्यरत कुल 109 प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों में 2262 मीट्रिक टन डीएपी, 1907 मीट्रिक टन एनपीके और 4889 मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है। थोक उर्वरक विक्रेताओं के पास 1007 मीट्रिक डीएपी, 1146 मीट्रिक एनपीके एवं 10439 मीट्रिक यूरिया उपलब्ध है। इसके साथ ही निजी उर्वरक विक्रेताओं के पास 1326 मीट्रिक डीएपी, 1558 मीट्रिक एनपीके एवं 7635 मीट्रिक यूरिया उपलब्ध है, अभी जिले में किसी भी तरह खाद की कोई किल्लत नहीं है।
ब्लैक मार्केटिंग रोकने खाद के दर निर्धारित
सीजन में खाद की कर्मी का फायदा उठाते हुए कई बार व्यापारी अधिक लाभ कमाने की चाह में रेट बढ़ा देते हैं। खाद की ब्लैक मार्केटिंग शुरु हो जाती है। कृषि विभाग ने इसे रोकने के लिए खाद के रेट तय कर दिए हैं। खरीफ सीजन 2025 के लिए 50 किलोग्राम की बोरी के हिसाब से उर्वरकों की दरें निर्धारित की गई हैं। निर्धारित दरों के अनुसार डीएपी 1350 रुपए यूरिया 266.50 रुपए, एसएसपी (पावडर) 465 रुपए, एसएसपी दानेदार 505 रुपए निर्धारित किया गया है। इसी प्रकार बोरोनेटेड एसएसपी (पावडर) 495 रुपए, बोरोनेटेड एसएसपी (दानेदार) 535 रुपए, जिंकटेड एसएसपी (पावडर) 490 रुपए, जिंकटेड एसएसपी (दानेदार) 530 रुपए, टीएसपी 1300 रुपए एनपीके 1400 से लेकर 1720 रुपए का है। इसके अलावा अमोनियम सल्फेट 950 रुपए, पोटाश 1535 रुपए, नैनो डीएपी मेसर्स इफको, पीपीएल (500 मिली) 600 रुपए, नैनो डीएपी मेसर्स कोरोमंडल (1ली) 600 रुपए और नैनो यूरिया (500 मिली) 225 रुपए निर्धारित किया गया है। यदि बाजार में निर्धारित दर से ज्यादा रेट पर खाद बेची जाएगी तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
जिले की प्रमुख फसल सोयाबीन है, उर्वरकों के बढ़ते मूल्यों को दृष्टिगत रखते हुए फसलों की अधिक पैदावार के लिए यह आवश्यक है कि रासायनिक उर्वरकों का संतुलित और सही मात्रा में उपयोग किया जाए। यूरिया और डीएपी केवल नाइट्रोजन एवं फास्फोरस प्रदान करते हैं। इन उर्वरकों के लगातार प्रयोग से मिट्टी में पोटाश एवं सूक्ष्म पोषक तत्व की कमी संभावित है। पोटाश का फसल के स्वास्थ्य एवं गुणवत्ता से सीधा संबंध है, इसके उपयोग के फलस्वरूप पौधा सुदृढ़ होकर रोग बीमारियों से कम प्रभावित होता है और दानों की चमक में भी वृद्धि होती है, जिस कारण अच्छा बाजार भाव प्राप्त होता है। कॉपलेक्स उर्वरकों में नाइट्रोजन, फास्फोरस एवं पोटाश तत्व पाए जाते है। इसी प्रकार एसएसपी में फास्फोरस के साथ-साथ सल्फर एवं कैल्शियम तत्व भी पाया जाता है। डीएपी के अन्य विकल्प में एनपीके (12रू32रू16, एनपीके(16रू16रू16), एनपीके (20रू20रू20), एनपीके एस (20रू20रू13) का उपयोग बहुत फायदेमंद साबित होगा।