नरसिंहगढ़ / संचालक की हत्या के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया। इसे संभालने के लिए जिले के कई थानों की पुलिस के साथ ही भारी पुलिस बल ने शहर में डेरा जमा लिया। पूरे दिन शहर छावनी बना रहा।दरअसल शुक्रवार रात स्थानीय क्रशर व्यवसायी मकसूद खिलजी (47) की धारादार हथियारों से हत्या कर दी गई। पुलिस ने मामले में आरोपी को घटनास्थल से गिरफ्तार कर पड़ताल भी शुरु कर दी है। हालांकि शनिवार शाम तक अधिकृत तौर पर आरोपी की पहचान स्पष्ट नहीं की गई। न ही हत्या की स्पष्ट वजह सामने नहीं आई है। प्रारंभिक तौर पर हत्या की वजह रंजिश मानी जा रही है। हालांकि मृतक के भाई
अहमद ने बताया कि उनके गादिया गांव में घायल, बेसुध पड़े थे मकसूद
नरसिंहगढ़। पुलिस सुरक्षा में मृतक का शव दफनाया गय
मृतक के भाई अहमद खिलजी कबाड़ का व्यवसाय करते हैं। उनके कर्मचारी असलम ने बताया कि रात करीब 8रू30 बजे मैंने मकसूद भाई को कॉल किया था। तब फोन किसी और ने उठाया और कहा कि वे गादिया गांव में बेहोश पड़े हैं, इसके बाद जब परिजन मौके पर पहुंचे त वहां पुलिस भी मौजूद थी। मकसूद के सर, कंधे और छाती पर धारदार हथियार की चोट के निशान थे। इसके बाद उन्हें महाराज मेहताब सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना के दौरान बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग अस्पताल में पहुंच गए थे। यहां हंगामे के हालात भी बने। कुछ समय बाद ही एसपी भी अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने पूरी वारदात की जानकारी ली। मेडिकल स्टाफ से चर्चा की और मुस्लिम समाज को उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत किया।