विदिशा / बिना डिग्री वाले डॉक्टरों पर कार्रवाई के लिए सीएमएचओ डॉ. रामहित कुमार ने टीमों का गठन किया है। तहसीलों में कार्रवाई हो रही है, लेकिन जिला मुख्यालय पर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। यहां गली-गली में फर्जी डॉक्टर इलाज कर रहे हैं। भास्कर ने स्टिंग कर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का ध्यान इस ओर खींचा था। लटेरी में मामला सामने आने के बाद विभाग हरकत में आया, लेकिन मुख्यालय में कार्रवाई सिर्फ औपचारिकता बनकर रह गई है।
जानकारी के अनुसार शहर में 90 से ज्यादा फर्जी क्लिनिक चल रही हैं। इनके संचालकों के पास न डिग्री है, न अनुभव। इलाज की जगह भी नहीं है। छोटी-छोटी गुमठियों में
एलोपैथिक इलाज किया जा रहा है। कार्रवाई न होने से ये लोग बेखौफ हैं। खुद को डॉक्टर बताकर रुतबा जमा रहे हैं, जबकि शहर में जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज और दर्जनों नर्सिंग होम्स हैं। इसके बावजूद फर्जी क्लिनिकों का चलना हैरान करता है।
ये फर्जी डॉक्टर पहले इलाज का दावा करते हैं। मरीज की हालत बिगड़ने पर हाथ खड़े कर देते हैं। फिर जिला अस्पताल भेज देते हैं। कई बार मरीज की मौत हो जाती है। परिजन हंगामा करते हैं। चक्काजाम करते हैं। अस्पताल के डॉक्टरों पर गुस्सा निकालते हैं। इससे अस्पताल की व्यवस्था पर असर पड़ता है। सीएमएचओ डॉ. रामहित कुमार ने कहा कि फर्जी क्लिनिकों पर कार्रवाई हमारी प्राथमिकता है। शहरी क्षेत्र में भी एक-दो दिन में टीमें सख्त कार्रवाई करेंगी।