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आजकल चाय सिर्फ सुबह की शुरुआत का पेय नहीं रह गई, बल्कि यह युवाओं के लिए स्टार्टअप का नया विकल्प और सेहत का बेहतर साधन भी बन चुकी है। छोटे शहरों और गांवों से लेकर मेट्रो शहरों तक अब चाय की वैरायटी और उसका अंदाज़ पूरी तरह बदल चुका है।

चाय का नया ट्रेंड: स्टार्टअप का ज़रिया
बढ़ती बेरोजगारी के बीच कई युवाओं ने अब चाय को रोजगार का साधन बना लिया है। 5 से 10 हजार रुपये की छोटी सी लागत में “टपरी” या “मोबाइल चाय स्टॉल” शुरू कर रहे हैं, जहां मसाला चाय, अदरक-तुलसी टी, ग्रीन टी और लेमन टी जैसी वैरायटीज़ परोसी जा रही हैं।
एक चाय स्टॉल से रोज़ाना ₹1000 से ₹2000 तक की कमाई हो रही है, जो युवा वर्ग को आत्मनिर्भर बना रहा है।
सेहत के लिए भी फायदेमंद हो रही है चाय
अब लोग सिर्फ स्वाद ही नहीं, सेहत को ध्यान में रखकर भी चाय का चुनाव कर रहे हैं। उदाहरण के लिए:
ग्रीन टी और लेमन टी: वज़न घटाने में मददगार
हल्दी-टी: रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक
तुलसी-अदरक वाली चाय: सर्दी-जुकाम में फायदेमंद
डिजिटल युग में ‘ब्रांडेड चाय’ का बोलबाला
अब कई युवा “ब्रांडेड चाय” के रूप में अपनी पहचान बना रहे हैं। सोशल मीडिया पर “चाय वाला”, “MBA चायवाला”, “चाय सुट्टा बार” जैसे ब्रांड तेजी से वायरल हो रहे हैं। यह दिखाता है कि अगर आइडिया नया हो, तो चाय भी एक ब्रांड बन सकती है।