विदिशा,गंजबारौदा,सिरोंज
जिले में बीते 24 घंटे से हो रही बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है। जिले में अब तक 577.62 मिमी वर्षा दर्ज की गई है, जो पिछले वर्ष की तुलना में करीब 100 मिमी अधिक है। भारी बारिश से बेतवा उफान पर है। इससे चरणतीर्थ मंदिर जलमग्न हो गए हैं और नदी-नालों का रौद्र रूप सामने आ गया है। यही लापरवाही और बहाव जानलेवा साबित हुई है। तीन अलग-अलग घटनाओं में दो लोगों की मौत हो हो गई, जबकि एक बड़ा हादसा ग्रामीणों की सूझबूझ से टल गया। गंजबासौदा में शिवलिंग विसर्जन के दौरान नदी में गिरी महिला का शव 44 घंटे बाद कुरवाई से बरामद किया गया। वहीं, सिरोंज में नशे में धुत युवक ने बाइक पुलिया पर उतारी और तेज बहाव में बहकर मौत के मुंह में चला गया। इधर, अमऊखेड़ी-दीताखेड़ी मार्ग पर एक ट्रैक्टर पुलिया पार करते समय बह गया। लेकिन चालक समय रहते कूदकर बच गया और ग्रामीणों ने तार बांधकर ट्रैक्टर को बहने से रोका।
ट्रैक्टर बहा, चालक की जान बची
अमऊखेड़ी-दीताखेड़ी मार्ग पर एक बड़ा हादसा टल गया। अमऊखेड़ी निवासी मनोज रघुवंशी का ट्रैक्टर तेज बहाव में बह गया। चालक ने समय रहते कूदकर अपनी जान बचा ली। ग्रामीणों ने तत्परता
दिखाते हुए मोटे तार से ट्रैक्टर को बांधकर उसे पुलिया से नीचे लटकने से रोका। हादसे के बाद भी कुछ लोग नाले को पार करने की कोशिश करते दिखे, जिन्हें ग्रामीणों ने रोका।
अंबानगर बेतवा पुल पर हृदयविदारक हादसा हुआ। मुटर्य निवासी 45 वर्षीय राजकुमारी दांगी संतुलन खोकर नदी में गिर गईं। उन्हें बचाने के लिए एक युवक ने छलांग लगाई, लेकिन तेज बहाव में वह असफल रहा। एसडीईआरएफ और होमगार्ड्स की टीम ने ड्रोन और नावों के साथ 26 जवानों की मदद से सर्च ऑपरेशन चलाया। 44 घंटे बाद रविवार दोपहर कुरवाई जल संयंत्र के पास उनका शव बरामद हुआ। शव को पोस्टमार्टम के लिए कुरवाई अस्पताल भेजा गया।
अब तक 577.62 मिमी वर्षा दर्ज, पिछले साल से 100 मिमी ज्यादा
जिले में अब तक 577.62 मिमी बारिश दर्ज हो चुकी है, जो पिछले साल के 472.6 मिमी से कहीं अधिक है। पिछले 24 घंटों में नटेरन में सर्वाधिक 44 मिमी बारिश हुई। बेतवा नदी का जलस्तर बढ़ने से चरणतीर्थ मंदिर पानी से घिर गए हैं।
चैकीदार ने रोका पर नहीं माने
सिरोंज-अशोकनगर मार्ग पर पिपल्याहाट की पुलिया पर रविवार सुबह नशे में धुत युक्क की जिद ने उसकी जान ले ली। धमऊखेड़ी निवासी पवन वाल्मीकि (30) दो साथियों भोला और अरविंद के साथ बाइक से पुलिया पर पहुंचा। चैकीदार ने 4 फीट ऊपर बह रहे पानी के कारण रोका, लेकिन पवन ने बाइक उतार दी। ग्रामीणों ने भोला और अरविंद को बचा लिया, लेकिन पवन का शव 3 घंटे बाद 50 मीटर दूर झाड़ियों में फंसा मिला। पवन भोपाल में प्राइवेट काम करता था और अपने ससुराल रहता था।




