अनवरत10 घंटे की बारिश से शहर जलमग्न, नाले उफने, स्कूल बंद

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जिले में मंगलवार सुबह 6.15 बजे से शुरू हुई मूसलाधार बारिश ने कहर बरपाया। 10 घंटे में 6 इंच बारिश रिकार्ड की गई। बंसकुली, कागदीपुरा, डंडापुरा, गल्ला मंडी रोड, रामलीला रोड और इंदिरा कांप्लेक्स जैसे इलाकों में सड़कें डेढ़ से दो फीट पानी में डूब गई। कई मरों और दुकानों में पानी घुसने से सामान खराब हुआ, जिससे व्यापारियों को भारी नुकसान हुआ। लोगों ने नगर पालिका की व्यवस्था के खिलाफ गुस्सा भी जाहिर किया। इधर, मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में और भारी बारिश की चेतावनी दी है, जिसके चलते प्रशासन ने बुधवार, 30 जुलाई को सभी स्कूलों में अक्काश घोषित किया है। शमसाबाद में एक कच्चे मकान के बहने से 60 वर्षीय मुल्लो बाई की मौत हो गई, वहीं ग्यारसपुर के सूजमाह गांव में बाढ़ जैसे हालात में 50 लोग फंस गए। हरिपुरा में पुलिया का डामर बह गया और बड़े वाहनों की आवाजाही बंद हो गई। वहीं पाइप लाइन बहने से कई कॉलोनियों की जल सप्लाई ठप हो गई। जिले में 40 से अधिक रास्ते बंद हैं। गौरतलब है कि शहर में पिछले एक साल में ड्रेनेज और सड़कों पर 17 करोड़ खर्च किए गए फिर

सूजबाह गांव पानी से घिरा, 37 लोगों का रेस्क्यू
ग्यारसपुर के मोहम्मदगढ़ क्षेत्र के सूजबह गांव में बाढ़ जैसे हालात बने। 20 घर जलमग्न हो गए, और 50 लोग फंस गए। होमगार्ड और आपदा प्रबंधन टीम ने 37 लोगों को बोट से सुरक्षित निकाला, जबकि शेष 25 के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शाम तक जारी रहा। होमगार्ड कमांडेंट मयंक जैन ने बताया कि कीचड़ और तेज बहाव ने बचाव कार्य को चुनौतीपूर्ण बनाया।
40 से अधिक रास्ते बंद, डेम के गेट खुले
संजय स्वगर और बधरू डेम से पानी छोड़े जाने से कजरा और करई-खेरोदा मार्ग बंद हो गए। वहीं विदिशा-अशोकनगर मार्ग पर कागपुर के पास पुल पर पानी चढ़ने से आवागमन स्का। सिरोज और शमशाबाद में 40 से अधिक गांवों के रास्ते जलमग्न हैं। प्रशासन ने कोटवार तैनात कर बैरिकेडिंग की है।
हरिपुरा पुलिया क्षतिग्रस्त, जल सप्लाई ठप होगी
हरिपुरा से हाईवे बायपास को जोड़ने बाली सड़क पर नाले की पुलिया का डामर तेज बहाव में बह गया। बढ़े गड्डोंने आवागमन को जोखिमपूर्ण बना दिया। पानी की पाइप लाइन बहने से शिव विहार, राधापुरम और ईको सिटी में जल सप्लाई ठप है। यहवारिरयों ने नगर पालिका से तत्काल सुधार की मांग की।
सोशल मीडिया पर बने मीम्स
सर्व साधारण को सूचित किया जाता है कि अधिक वर्षा को देखते हुए जन प्रतिनिधि का नाम बदलकर जल प्रतिनिधि किया जा रहा है। इस संबंध में किसी को आपत्ति हो तो 7 दिवस के अंदर मय दस्तावेज के मेरे ऑफिस में संपर्क करें, समय अवधि माद विचार नहीं किया जाएगा।
-जित्तू जैन
जिनके घरों में पानी घुस रहा है तो यह जरूर देख लें कि बरसात के बाद उन्हें फर्श कितना ऊपर उठाना है। ऐसा करने से अगली बरसात में बचा जा सकेगा।
अरविंद शर्मा

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