भक्ति का उत्साह बना हादसा! डीजे पर झूमते युवक को लगा करंट

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सीहोर (बुधनी), 5 अगस्त 2025 — सावन के पवित्र महीने में निकाली जा रही कांवड़ यात्रा सोमवार को सीहोर जिले के बुधनी क्षेत्र में एक दर्दनाक हादसे का शिकार हो गई। यात्रा में शामिल डीजे वाहन पर झंडा लहरा रहे युवक की हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, दूसरा युवक करंट लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया है और उसका इलाज अस्पताल में जारी है।

यात्रा में उल्लास से मातम तक

यह हादसा उस समय हुआ जब सोनासंवरी गांव निवासी 25 वर्षीय अनूप चौरे यात्रा में शामिल डीजे वाहन पर चढ़कर झंडा लहरा रहा था। जैसे ही यात्रा बुधनी घाट से निकलकर सेंट फ्रांसिस स्कूल के पास पहुंची, अनूप का झंडा ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन से टकरा गया। करंट लगते ही वह मौके पर ही गिर पड़ा और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

घटना में 22 वर्षीय मोहित साहू भी झटका लगने से घायल हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, वह अनूप के साथ डीजे वाहन पर खड़ा था। हादसे के तुरंत बाद लोगों ने दोनों को नीचे उतारा और मोहित को तत्काल नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसका इलाज जारी है।

प्रशासन और आयोजकों की लापरवाही उजागर

इस दुखद घटना ने यात्रा में बरती जा रही सुरक्षा व्यवस्थाओं की गंभीर अनदेखी को सामने ला दिया है। कांवड़ यात्रा में भारी भीड़ के साथ डीजे, झांकियां और झंडे का प्रयोग आम बात है, लेकिन हाईटेंशन लाइन जैसे खतरनाक स्थानों से गुजरते समय कोई सुरक्षा इंतजाम नहीं होना चिंताजनक है।

पुलिस ने डीजे जब्त किया, जांच शुरू

बुधनी एसडीओपी रवि शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस ने घटना के तुरंत बाद डीजे वाहन को जब्त कर लिया है और हादसे को लेकर प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और परिजनों को सूचित कर दिया गया है।

पुलिस अधिकारी ने कहा कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि डीजे वाहन की ऊंचाई और झंडा लहराने की स्थिति में वह हाईटेंशन लाइन के बेहद करीब पहुंच गया था, जिससे यह हादसा हुआ।

सवालों के घेरे में आयोजन की तैयारी

यह हादसा न केवल अनूप की जान ले गया, बल्कि कांवड़ यात्रा की सुरक्षा को लेकर प्रशासनिक तैयारियों पर भी गंभीर सवाल खड़े कर गया है। आमतौर पर ऐसे आयोजनों में मार्ग तय करने से पहले बिजली विभाग से अनुमति और क्षेत्रीय निरीक्षण की प्रक्रिया होती है, ताकि ऐसे हादसों से बचा जा सके।

अब यह सवाल उठना लाज़िमी है कि क्या आयोजन से पहले प्रशासन और आयोजकों ने बिजली विभाग से मार्ग के निरीक्षण और सुरक्षा की अनुमति ली थी या नहीं?

श्रद्धालुओं में आक्रोश

हादसे के बाद क्षेत्र में शोक का माहौल है। यात्रा में शामिल लोगों ने प्रशासन और आयोजन समिति की लापरवाही पर नाराजगी जताई है। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि इस तरह की धार्मिक यात्राओं में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं और जिनकी लापरवाही से यह हादसा हुआ, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

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