drnewsindia.com/श्यामपुर श्रावण मास के पावन अवसर पर आयोजित भोलेनाथ की पालकी यात्रा का सोमवार को तहसील मुख्यालय में भव्य स्वागत किया गया। यह यात्रा शिवभक्तों के जयकारों और श्रद्धा से सराबोर वातावरण के बीच निकाली गई, जिसमें शहरवासियों ने बढ़-चढ़कर भागीदारी की। ’’बम बम समिति’’ की ओर से यात्रा के स्वागत के लिए विशेष तैयारियां की गई थीं, जिसमें पुष्पवर्षा, भजन-संकीर्तन और जलसेवा प्रमुख रूप से शामिल रहीं।
भक्ति और उल्लास से भरी रही यात्रा
भोलेनाथ की यह पालकी यात्रा नगर के प्रमुख मार्गों से होकर गुजरी। यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं ने कंधे पर पालकी उठाकर श्बोल बमश्, श्हर हर महादेवश् और श्जय भोलेनाथश् के जयघोष लगाए। डमरू की आवाज और घंटे-घड़ियाल की ध्वनि ने वातावरण को और भी आध्यात्मिक बना दिया।
बम बम समिति ने किया पुष्पवर्षा से स्वागत
बम बम समिति द्वारा पालकी यात्रा के स्वागत के लिए कई सनी मंदिर पर ’’पुष्प वर्षा और ’’भक्तों को पेयजल वितरित’’ करने की व्यवस्था की गई थी। समिति के सदस्यों ने पूरी श्रद्धा और सेवा भाव से जगह-जगह फूल बरसाए और यात्रा में शामिल भक्तों का सत्कार किया।
समिति के संयोजक ’’अभिष् ने बताया,
यह हमारा सौभाग्य है कि हमें बाबा भोलेनाथ की पालकी यात्रा का स्वागत करने का अवसर मिला। हर वर्ष की तरह इस बार भी हम सबने मिलकर सेवा भाव से यह आयोजन किया।ष्
भजनों की गूंज और आस्था का सैलाब
पालकी के आगे-आगे चल रहे भजन मंडलों ने शिव भजनों की प्रस्तुति दी। ढोल-नगाड़ों की थाप और श्रद्धालुओं के नृत्य ने यात्रा को और भी अलौकिक बना दिया। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, सभी ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
प्रशासन की थी पूरी व्यवस्था
यात्रा को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए प्रशासन द्वारा सुरक्षा और यातायात की विशेष व्यवस्था की गई थी।
धर्म और संस्कृति का संगम
यह पालकी यात्रा सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सामाजिक समरसता और संस्कृति का जीवंत उदाहरण भी है। विभिन्न समुदायों के लोगों ने मिलकर इसमें भाग लिया और भोलेनाथ के चरणों में अपनी श्रद्धा अर्पित की।