उत्साह और प्रेमभाव से मना राखी का त्योहार, बाजारों में बनी रही रौनक
Drnewsindia.com श्यामपुर/अहमदपुर/दोराहा
भाई-बहन के अटूट स्नेह, प्रेम और दुलार का पर्व रक्षाबंधन सोमवार को पारंपरिक तरीके से पूरे उत्साह के साथ मनाया गया। सुबह से ही घर-घर में राखी की तैयारियां शुरू हो गईं। बहनों ने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उनके अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना की, वहीं भाइयों ने बहनों को उपहार देकर उनकी रक्षा का वचन दिया।
जो भाई-बहन साथ रहते हैं, उन्होंने यह पर्व हंसी-खुशी एक साथ मनाया, वहीं जिनके भाई या बहन दूर रहते हैं, उन्होंने डाक या ऑनलाइन माध्यम से राखी और उपहार भेजकर परंपरा निभाई। बच्चों में भी इस त्योहार को लेकर खास उत्साह दिखाई दिया।
रिमझिम फुहारों में रक्षाबंधन का उल्लास
अहमदपुर, बरखेड़ा और हसन क्षेत्र में रक्षाबंधन का पर्व रिमझिम बारिश की फुहारों के बीच मनाया गया। हल्की बारिश ने मौसम को खुशनुमा बना दिया, जिससे त्योहार की खुशी दोगुनी हो गई। महिलाएं और बच्चियां रंग-बिरंगे कपड़े पहनकर भाइयों के घर पहुंचीं और पारंपरिक रस्मों के साथ राखी बांधने का कार्यक्रम किया।

“बहन ने मुस्कान के साथ भाई को राखी बांधी।”
बसों में रही भीड़, यात्रियों को परेशानी
रक्षाबंधन के चलते स्थानीय बस स्टैंड पर यात्रियों की भारी भीड़ रही। कई भाई-बहन एक-दूसरे से मिलने के लिए आसपास के कस्बों और गांवों से पहुंचे, जिससे बसों में सीटें कम पड़ गईं। जगह न मिलने के कारण कई यात्रियों को खड़े होकर सफर करना पड़ा। महिलाओं और बच्चों को भी इस वजह से परेशानी का सामना करना पड़ा।

भाई-बहन के रिश्ते की अनोखी मिसाल
इस अवसर पर सभी ने एकमत होकर कहा कि भाई-बहन के स्नेह से बढ़कर कोई रिश्ता नहीं होता। चाहे दूरी कितनी भी हो, यह बंधन हर परिस्थिति में मजबूत रहता है। रक्षाबंधन ने एक बार फिर यह साबित किया कि यह पर्व केवल धागा बांधने तक सीमित नहीं, बल्कि विश्वास, सुरक्षा और प्रेम का प्रतीक है।