रायसेन (मध्यप्रदेश)।
सोमवार रात रायसेन जिला अस्पताल में एक मरीज की मौत के बाद हंगामा खड़ा हो गया। मृतक के बेटे अनिल कुशवाह (निवासी सेमरीकला) ने आरोप लगाया कि उनके पिता को भोपाल रेफर करते समय ऑक्सीजन लगाकर एम्बुलेंस तक नहीं ले जाया गया। इस लापरवाही के कारण रास्ते में उनकी मौत हो गई।
कैसे बढ़ा विवाद?
डॉक्टर-स्टाफ vs परिजन
- परिजनों ने वार्ड बॉय, डॉक्टर और अस्पताल स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाया।
- वहीं सिविल सर्जन डॉ. यशपाल बालियान ने परिजनों पर अभद्रता का आरोप लगाया।
- डॉक्टर और स्टाफ ने काम बंद कर अस्पताल परिसर में धरना दे दिया।
- कुछ देर तक मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
प्रशासन की दखलअंदाजी
- सूचना मिलने पर तहसीलदार भरत मंडल और थाना प्रभारी नरेंद्र गोयल मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाइश दी।
- बाद में सीएमएचओ डॉ. एचएन मांडरे भी अस्पताल पहुंचे।
- परिजनों की मांग पर वार्ड बॉय प्रीतम लोधी को नोटिस जारी कर दो दिन में जवाब देने को कहा गया।
- इसके बाद परिजन शांत हुए और स्टाफ को भी काम पर लौटने के लिए मनाया गया।