बाढ़ में जान बचाने वाले गिर्राज को सिंधिया ने दिया नया ट्रैक्टर

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सिंधिया ने बाढ़ के समय लोगों की मदद करने वाली को सिंधिया ने ट्रैक्टर भेंट किया।

शिवपुरी के लिलवारा गांव के साहसी युवक ने रातभर ग्रामीणों को सुरक्षित पहुंचाया, मंत्री बोले – “अब यह मेरा बेटा भी है”

डीआर न्यूज इंडिया/शिवपुरी
आपदा की घड़ी में साहस और संवेदनशीलता की मिसाल पेश करने वाला शिवपुरी जिले का लिलवारा गांव इन दिनों चर्चा में है। 29 जुलाई को आई बाढ़ में जब पूरा गांव पानी से घिर गया था, तब गांव के ही गिर्राज प्रजापति ने अपनी जान की परवाह किए बिना ग्रामीणों की मदद की। उसने पूरी रात अपने ट्रैक्टर-ट्रॉली से लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया। इस दौरान उसका ट्रैक्टर पूरी तरह खराब हो गया। परिवार पर संकट खड़ा हो गया, लेकिन गिर्राज ने बिना रुके सेवा जारी रखी।

इस साहस और निस्वार्थ सेवा को देखते हुए केंद्रीय मंत्री एवं गुना सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को गिर्राज को नया ट्रैक्टर भेंट किया।

मां ने मंच से लगाई गुहार

गुरुवार रात जब सिंधिया लिलवारा गांव में मुआवजा वितरण कार्यक्रम में पहुंचे, तो गिर्राज की मां कृष्णा प्रजापति ने मंच से मदद की मांग की। उन्होंने बताया कि बेटे ने गांव वालों को बचाने के लिए अपनी जान दांव पर लगाई और उसका ट्रैक्टर खराब हो गया। इसके बाद ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने भी गिर्राज के साहस की पूरी कहानी साझा की।

यह अब मेरा बेटा भी है” – सिंधिया

इस भावुक क्षण में सिंधिया ने गिर्राज को मंच पर बुलाया और उसकी मां से कहा –
“अब यह सिर्फ आपका बेटा नहीं, मेरा बेटा भी है।”
साथ ही उन्होंने घोषणा की कि सुबह तक गिर्राज को नया ट्रैक्टर सौंप दिया जाएगा।

12 घंटे में पूरा हुआ वादा

घोषणा के अगले ही दिन सिंधिया फिर लिलवारा पहुंचे। यहां पहले से नया ट्रैक्टर तैयार खड़ा था। सिंधिया खुद ट्रैक्टर चलाकर सभा स्थल तक आए और गिर्राज को उस पर बैठाया। फिर पूरे सम्मान के साथ ट्रैक्टर की चाबी उसे सौंपी। इस दृश्य पर तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी और ग्रामीणों ने मंत्री के इस कदम का स्वागत किया।

गिर्राज की मां कृष्णा ने मंच से आभार जताते हुए कहा –
“बेटे ने गांव को बचाने के लिए अपनी जान दांव पर लगाई थी। उसका ट्रैक्टर खराब हो गया था। आज सिंधिया जी ने नया ट्रैक्टर देकर हमारी बड़ी चिंता दूर कर दी है।”

सोशल मीडिया पर साझा किया भावुक संदेश

सिंधिया ने गिर्राज के साथ ट्रैक्टर पर बैठी तस्वीर एक्स (पूर्व ट्विटर) पर साझा करते हुए लिखा –
“आपदा की घड़ी में साहस का जीवंत उदाहरण है मेरा यह शिवपुरी का बेटा गिर्राज। अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों की मदद करने वाले इस जांबाज बेटे के लिए हर भेंट छोटी है। पराक्रम और हुए नुकसान की भरपाई के लिए वायदे अनुसार 12 घंटों में उसे ट्रैक्टर भेंट किया। गिर्राज जैसे निस्वार्थ कर्मवीर ही मेरे जनसेवा पथ के प्रेरणास्रोत हैं।”

ग्रामीणों के लिए मिसाल

गांव में अब गिर्राज का साहस और सिंधिया का संवेदनशील अंदाज चर्चा का विषय बना हुआ है। एक ओर आपदा के समय गिर्राज ने ग्रामीणों को बचाकर निस्वार्थ सेवा की मिसाल पेश की, वहीं दूसरी ओर सिंधिया ने त्वरित मदद देकर लोगों का दिल जीत लिया।


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