गुरूवार की सुबह लगभग साढ़े दस बजे एक राहगीर ने डायल 100 पर सूचना दी कि इंदौर-भोपाल बायपास क्रिसेंट चैराहे के पास भीषण सड़क दुर्घटना हो गई है। राहगीर ने पुलिस को बताया कि एक गैस टैंकर और यात्री बस में टक्कर हो गई है। टक्कर इतनी भीषण थी कि गैस टैंकर से रिसने वाली गैस आग में तब्दील हो गई और बस को भी आग की चपेट में ले लिया। बस में 25 यात्री सवार थे। बस इछावर से सीहोर आ रही थी। आग इतनी भीषण थी कि आग और काले धुएं का गुबार आसमान में दूर से ही दिखाई दे रहा था। आग ने उस वक्त घटना स्थल के पास से निकलने वाले राहगीरों और वाहनों को भी अपनी चपेट में ले लिया। घटना स्थल पर चीख पुकार और अफरातफरी का माहौल था।
घायल यात्रियों को भोपाल रेफर किया गयाः डायल 100 की सूचना पर कलेक्टर कमांड के. और कमांड सेंटर की प्रभारी एवं जिला पंचायत सीईओ डॉ. नेहा जैन के निर्देश पर जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम घटना स्थल की ओर रवाना हुई। महज पांच से दस मिनिट के भीतर एसडीआरएफ की टीम, फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस व जिला एवं पुलिस प्रशासन की अन्य टीमें घटना स्थल पर पहुंच गई और बचाव की कार्रवाई युद्ध स्तर पर शुरू कर दी। कुछ ही पल में अग्निशमन दल ने गैस टैंकर से हो रहे गैस रिसाव को बंद कर आग पर काबू पाया। बस में सवारऔद्योगिक आपदा प्रबंधन मॉक ड्रिल।

सभी 25 घायल यात्रियों को निकालकर पास ही बनाए गए बचाव व राहत शिविर और जिला अस्पताल पहुंचाया गया। वहीं गंभीर रूप से घायल हुए यात्रियों को भोपाल रेफर किया गया। भोपाल से वरिष्ठ अधिकारी भी राहत और बचाव की पल-पल की जानकारी ले रहे थे।
अफसरों को फोन लगाया
यह पूरा दृश्य सीहोर में आयोजित औद्योगिक आपदा प्रबंधन मॉक ड्रिल का था। यह सीन इतना वास्तक्कि था कि आसपास के नागरिक अचंभित रह गए और इस घटना की सच्चाई जानने के लिए कई नागरिकों ने प्रशासन के आला अफसरों को फोन भी लगा लिया। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण व राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निर्देश पर जिपं सीईओ डॉ. नेहा जैन, एएसपी सुनीता रावत, संयुक्त कलेक्टर आनंद सिंह राजवत, एसडीएम तन्मय वर्मा, सीएसपी निरंजन सिंह राजपूत, होम गार्ड कमांडेंट नीलमणी लड़िया सहित पुलिस की टीम, नगर पालिका और जिला अस्पताल की टीम, राजस्व विभाग की टीम व गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया (गैल) की टीम ने इस पूरी घटना को मूर्त रूप दिया।