जबलपुर। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की बैठक में उस समय हंगामा मच गया, जब राज्यसभा सांसद सुमित्रा बाल्मिक को पुलिस ने अंदर जाने से रोक दिया। मौके पर कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की और सांसद व पुलिस के बीच तीखी बहस हो गई। बाद में सीनियर नेताओं के दखल के बाद सांसद को प्रवेश दिया गया।
सांसद ने बताया कि गेट पर धक्का-मुक्की में उनका चश्मा टूट गया। उन्होंने कहा— “सुरक्षा गार्ड अपनी ड्यूटी कर रहे थे, लेकिन हमारे कार्यकर्ता बेहद उत्साहित थे। नड्डा जी के साथ फोटो और सेल्फी लेने की होड़ में भीड़ बढ़ गई, जिससे थोड़ी गहमा-गहमी हो गई।”

पहले भी विवादों में रहीं सुमित्रा बाल्मिक
यह पहला मौका नहीं है जब सांसद विवादों में रही हों।
- योग दिवस विवाद (2023): राष्ट्रीय योग दिवस पर उन्हें मंच पर जगह नहीं दी गई थी, जिससे वे नाराज होकर कलेक्टर पर गंभीर आरोप लगा चुकी हैं। उनके समर्थकों ने पुतला जलाकर विरोध भी किया था।
- सागर नगर निगम चुनाव (2022): चुनाव प्रचार के दौरान उनके कमरे से सामान हटाकर मंत्री को कमरा दिए जाने पर उन्होंने कड़ा विरोध जताया था।
भाजपा में दलित चेहरे के रूप में जानी जाने वाली सुमित्रा बाल्मिक बार-बार अपमान और बदसलूकी की घटनाओं को लेकर सुर्खियों में आ चुकी हैं।
👉 इस पूरे घटनाक्रम ने जबलपुर की राजनीति में हलचल तेज कर दी है और कार्यकर्ताओं में नाराजगी का माहौल है।