नेपाल हिंसा: सोशल मीडिया बैन आंदोलन में बने उपद्रव—पीएम ओली का इस्तीफा, पूर्व पीएम की पत्नी जल कर मौत

Drnewsindia.com/काठमांडू | 9 सितंबर 2025
- अग्रणी घटना: प्रदर्शनकारियों ने पूर्व प्रधानमंत्री झलनाथ खनाल की पत्नी रज्यलक्ष्मी चित्रकार को उनके आवास में जिंदा जलाकर मार दिया। वे गंभीर जख्मों के कारण अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ गईं
- प्रधानमंत्री का इस्तीफा: प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली ने बढ़ते प्रदर्शन और हिंसा की परिस्थितियों के बीच इस्तीफा दे दिया। राष्ट्रपति ने उनकी इस्तीफा स्वीकार कर लिया है
- हिंसात्मक घटनाक्रम: सुरक्षा बलों के फायरिंग में कम से कम 19 लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हुए हैं
- सरकार की प्रतिक्रिया: सरकार ने सोशल मीडिया बैन को वापस लिया, जांच समिति गठित करने और पीड़ितों को मुआवजा तथा उपचार की घोषणा की है
- राजनीतिक और सामाजिक तबाही: संसद भवन, मीडिया हाउस और वरिष्ठ नेताओं के निवास समेत कई सरकारी और राजनीतिक स्थानों में आग लगाई गई। सरकारी तंत्र चरमरा गया है
नेपाल में सोशल मीडिया बैन और कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू हुआ युवा आंदोलन अब हिंसा में बदल चुका है। मंगलवार को हालात इतने बिगड़े कि प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। राष्ट्रपति ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।
इससे एक दिन पहले पुलिस फायरिंग में करीब 20 लोगों की मौत और कई लोग घायल हुए थे। गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने सरकारी दफ्तरों और नेताओं के आवास को निशाना बनाया। - हिंसा की बड़ी घटनाएं
संसद भवन में आगजनी: मंगलवार दोपहर काठमांडू स्थित संसद भवन को प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया।
कांतिपुर टीवी मुख्यालय जला: राजधानी में ही प्रमुख मीडिया संस्थान कांतिपुर टीवी के दफ्तर में भी आग लगा दी गई। सोशल मीडिया पर इसके वीडियो वायरल हो रहे हैं।
पूर्व पीएम की पत्नी को जिंदा जलाया: डलू स्थित आवास में भीड़ ने पूर्व प्रधानमंत्री झलनाथ खनाल की पत्नी राज्यलक्ष्मी चित्रकार को जिंदा जला दिया। उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
भविष्य को लेकर अनिश्चितता
पूर्व राजनयिक सुखदेव मुनी ने कहा है कि नेपाल अराजक स्थिति में है। उनका दावा है कि ओली देश छोड़ दुबई भाग सकते हैं। वहीं, अंतरिम प्रबंधन के लिए लोकप्रिय काठमांडू मेयर बालन शाह का नाम चर्चा में है।
नेपाल में हालात लगातार तनावपूर्ण बने हुए हैं और प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि जब तक सोशल मीडिया बैन और भ्रष्टाचार पर कार्रवाई नहीं होती, आंदोलन जारी रहेगा।