Drnewsindia.comभोपाल
मध्यप्रदेश में डब्बा ट्रेडिंग कारोबार के जरिए हवाला, ऑनलाइन सट्टेबाजी और क्रिप्टोकरेंसी लेन-देन करने वाले कारोबारियों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है।
ईडी ने मंगलवार को बताया कि 34.36 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति कुर्क की गई है। इससे पहले भी एजेंसी इन कारोबारियों से करोड़ों की नकदी, आभूषण और डिजिटल उपकरण जब्त कर चुकी है। अब तक कुल 58.13 करोड़ रुपए की संपत्ति को आपराधिक आय माना गया है।
किनके खिलाफ कार्रवाई?
ईडी मुख्यालय (नई दिल्ली) की टीम ने यह कार्रवाई विशाल अग्निहोत्री, तरुण श्रीवास्तव, हितेश अग्रवाल, धर्मेश त्रिवेदी, श्रीनिवासन रामासामी, करण सोलंकी, धवल देवराज जैन और उनके परिजनों के खिलाफ की है।
- 34.26 करोड़ रुपए की संपत्ति अस्थायी रूप से कुर्क।
- 24.13 करोड़ रुपए की संपत्ति (नकदी, सोना, लग्जरी घड़ियां, बैंक व डीमैट खाते) पहले ही फ्रीज की जा चुकी।
- कार्रवाई PMLA 2002 के प्रावधानों के तहत।
FIR और जांच की पृष्ठभूमि
यह केस इंदौर के लसूड़िया थाने में दर्ज FIR से जुड़ा है।
जांच में सामने आया कि आरोपी कई प्लेटफॉर्म और कंपनियों के जरिए डब्बा ट्रेडिंग और ऑनलाइन सट्टेबाजी चला रहे थे।
इनमें शामिल हैं:
वी मनी, VM ट्रेडिंग (स्टैंडर्ड ट्रेडर्स लिमिटेड), 11 स्टार्स, लोटस बुक 247, 8 स्टॉक हाइट्स, गोल्डमाइन, वर्टेक्स, गेम बेट लीग, आईबुल कैपिटल लिमिटेड, प्लेबुक, टारगेट FX, वर्ल्ड 777 आदि।
आरोपियों ने निवेशकों और प्रतिभागियों से धन जुटाकर उसे बैंक खातों, हवाला चैनलों और क्रिप्टोकरेंसी के जरिए घुमाया।
9 माह से चल रही थी जांच
- ईडी ने दिसंबर 2024, जून और जुलाई 2025 में इंदौर, भोपाल, मुंबई, चेन्नई और अहमदाबाद में तलाशी ली थी।
- कार्रवाई में भारी मात्रा में डिजिटल उपकरण, कैश, सोना, चांदी और क्रिप्टोकरेंसी जब्त हुई।
- PMLA धारा 50 के तहत दर्ज बयानों से पुष्टि हुई कि अपराध से अर्जित धन से संपत्ति खरीदी गई और परिवार के सदस्यों व सहयोगी कंपनियों के नाम पर दर्ज की गई।
अब तक की जब्ती
- नकदी, सोना, हीरे-जवाहरात और लग्जरी घड़ियां: ₹24.13 करोड़
- चल-अचल संपत्ति कुर्क: ₹34.26 करोड़
- कुल आपराधिक आय जब्त/फ्रीज: ₹58.39 करोड़
- ईडी ने कहा कि मामले की जांच अब भी जारी है।