Drnewsindia.com/भोपाल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव दशहरे के बाद प्रदेश के सभी कलेक्टर, एसपी, आईजी, कमिश्नर और पुलिस कमिश्नर के साथ पहली बड़ी कॉन्फ्रेंस करने जा रहे हैं। इस बैठक में मैदानी अफसरों की अब तक की परफॉर्मेंस रिपोर्ट पेश की जाएगी और आगामी तीन साल की प्राथमिकताएं तय होंगी।
कॉन्फ्रेंस में आगामी कार्ययोजना, विजन डॉक्यूमेंट और सरकार की नई योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।
विजय 2047 डॉक्यूमेंट पर रहेगा फोकस
यह कॉन्फ्रेंस मुख्य सचिव अनुराग जैन के सेवा विस्तार के बाद हो रही है।
- इसमें विजय 2047 डॉक्यूमेंट और अगले तीन साल की कार्ययोजना पर चर्चा होगी।
- अफसरों को प्राथमिकता वाले प्रोजेक्ट्स और योजनाओं की जानकारी दी जाएगी।
- तत्काल कार्रवाई के निर्देश भी दिए जाएंगे।
पहले यह कॉन्फ्रेंस 19-20 सितंबर को प्रस्तावित थी, लेकिन अब इसे 2 अक्टूबर (दशहरे के बाद) कराने का फैसला लिया गया है।
कलेक्टरों की परफॉर्मेंस रिपोर्ट होगी सार्वजनिक
सरकार ने हाल ही में कलेक्टरों की रैंकिंग की व्यवस्था शुरू की है।
- 400 से ज्यादा पैरामीटर तय किए गए हैं।
- शासन की प्राथमिकताओं और योजनाओं पर आधारित डायनामिक पैरामीटर्स भी शामिल होंगे।
- हर विभाग के पोर्टल से डेटा लेकर रिपोर्ट तैयार हो रही है।
👉 इस बार कलेक्टरों की परफॉर्मेंस रिपोर्ट सार्वजनिक की जाएगी, ताकि जिलों की वास्तविक स्थिति सामने आ सके।
मंत्रियों की भी होगी समीक्षा
सीएम ने सभी मंत्रियों को निर्देश दिया है कि वे कॉन्फ्रेंस से पहले अपने विभागों की विस्तृत समीक्षा करें।
- मुख्यमंत्री अक्टूबर में मंत्रियों के साथ वन-टू-वन बैठकें करेंगे।
- दिसंबर 2023 से अब तक (20 महीने) किए गए काम का हिसाब लिया जाएगा।
- समीक्षा के आधार पर मंत्रियों का भविष्य और कैबिनेट विस्तार तय होगा।
मुख्यमंत्री यह भी पूछेंगे कि मंत्रियों ने अपने प्रभार वाले जिलों में कितने दौरे किए, कितनी चौपालें लगाईं और रात्रि विश्राम किया या नहीं।
संगठन के कार्यों में उनकी भागीदारी और जनता व कार्यकर्ताओं की संतुष्टि का आकलन भी होगा।
स्वदेशी आंदोलन और जीएसटी सुधारों पर जोर
कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में नई पीढ़ी के जीएसटी सुधारों की बात कही थी। ये सुधार किसानों, एमएसएमई, मध्यम वर्ग, महिलाओं और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेंगे।
- दीपावली पर स्वदेशी अभियान चलाया जाएगा।
- हर घर में आत्मनिर्भरता के दीप जलाने का संकल्प लिया जाएगा।
कुल मिलाकर, यह कॉन्फ्रेंस न सिर्फ अफसरों बल्कि मंत्रियों के लिए भी एग्जामिनेशन जैसी होगी, जिसमें उनकी परफॉर्मेंस के आधार पर प्राथमिकताएं और भविष्य तय होंगे।