ED की कार्रवाई:विजय देवरकोंडा और राणा दग्गुबाती समेत कई सेलेब्स पर प्रवर्तन निदेशालय ने कसा शिकंजा

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प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को 29 सेलेब्रिटी पर मामला दर्ज किया है। इसमें एक्टर विजय देवरकोंडा, राणा दग्गुबाती और प्रकाश राज के नाम शामिल हैं। मामले में आरोप है कि इन्होंने अवैध बेटिंग एप्लिकेशन का प्रचार किया। यह कार्रवाई हैदराबार पुलिस द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी (FIR) के आधार पर की गई।

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, हैदराबाद के मियापुर पुलिस स्टेशन में मार्च में 32 साल के कारोबारी पीएम फनीन्द्र शर्मा की शिकायत पर FIR दर्ज हुई थी। शिकायत में कहा गया था कि सेलिब्रिटीज और इन्फ्लुएंसर गैरकानूनी बेटिंग ऐप्स को प्रमोट कर रहे हैं, जिससे पब्लिक गैंबलिंग एक्ट 1867 का उल्लंघन हो रहा है।

फनीन्द्र ने बताया कि 16 मार्च को अपनी कम्युनिटी के युवाओं से बात करते हुए उन्हें पता चला कि कई लोग ऐसे प्लेटफॉर्म में पैसे लगाने के लिए मना लिए गए थे, जिन्हें सोशल मीडिया पर्सनालिटीज ने खूब प्रमोट किया।

शिकायत में कहा गया है कि इन सेलिब्रिटीज को बड़ी रकम दी गई ताकि वे लोगों को ऐसे बेटिंग ऐप्स में पैसे लगाने के लिए उकसाएं। फनीन्द्र ने यह भी कहा कि वह खुद भी एक ऐसे ऐप में निवेश करने वाला था, लेकिन परिवार की सलाह के बाद उसने अपना इरादा बदल लिया क्योंकि इसमें बड़ा वित्तीय जोखिम था।

इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने 19 मार्च को केस दर्ज किया। इसमें भारतीय दंड संहिता (BNS), तेलंगाना गेमिंग एक्ट (2017), जो हर तरह की ऑनलाइन बेटिंग को बैन करता है और आईटी एक्ट की धाराएं लगाई गईं।

यूट्यूबर हर्षा साईं का नाम भी शामिल

सेलेब्स में निधि अग्रवाल, मांचू लक्ष्मी, प्रणिता सुभाष, श्रीमुखी और यूट्यूबर जैसे हर्षा साईं और यूट्यूब चैनल लोकल बोई नानी के नाम भी हैं।

इकोनॉमिक्स टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस मामले में दो टेलीविजन होस्ट भी शामिल हैं। मामले में अधिकारियों को शक है कि इन प्रमोशन्स के जरिए बड़ी रकम की मनी लॉन्ड्रिंग की गई।

विजय ने अवैध बेटिंग के आरोप से इनकार किया

वहीं, एक्टर विजय देवरकोंडा ने A23 रमी एप से अपने जुड़ाव का बचाव किया है। टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, उन्होंने कहा कि यह एक स्किल-बेस्ड गेमिंग प्लेटफॉर्म है, अवैध बेटिंग नहीं। उनकी टीम ने बताया कि रमी को सुप्रीम कोर्ट ने स्किल का गेम माना है।

राणा दग्गुबाती ने कहा कि उनका गेमिंग एप से करार 2017 में खत्म हो गया था। प्रमोशन केवल कानूनी रूप से अनुमति प्राप्त इलाकों तक सीमित थे।

प्रकाश राज ने माना कि उन्होंने 2016 में जंगली रमी का प्रचार किया था। उन्होंने कहा, ‘कानूनी रूप से सही था लेकिन मेरी नैतिकता से मेल नहीं खाता था।’

समाचार एजेंसी PTI को सूत्रों ने बताया कि कई सेलिब्रिटी पर शक है कि उन्होंने जंगली रमी, जीतविन और लोटस365 जैसे ऑनलाइन बेटिंग प्लेटफॉर्म का प्रचार किया। इसके बदले में उन्होंने एंडोर्समेंट फीस या सेलिब्रिटी फीस ली।

अधिकारियों को शक है कि इन प्रमोशनल एक्टिविटीज के जरिए बड़ी रकम इधर-उधर की गई, जिसमें मनी लॉन्ड्रिंग शामिल हो सकती है।

सूत्रों ने यह भी कहा कि इनमें कुछ सेलिब्रिटी पहले यह कह चुके हैं कि उन्हें इन ऐप्स के काम करने का तरीका नहीं पता था। उन्होंने कहा कि उनकी मंशा कुछ भी गैरकानूनी प्रमोट करने या किसी भी तरह की बेटिंग में शामिल होने की नहीं थी।

ED आने वाले दिनों में इनमें से कुछ के बयान दर्ज कर सकती है। इसी बीच, अधिकारी और FIR जुटा रहे हैं और ऐसे और शिकायतकर्ताओं को तलाश रहे हैं जिन्हें इन बेटिंग प्लेटफॉर्म से ठगा गया हो।

सूत्रों ने कहा कि फिलहाल एक बड़ी जांच चल रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इन प्लेटफॉर्म से कुल कितनी कमाई हुई और हर सेलिब्रिटी की भूमिका कितनी थी। उनके बयान दर्ज होने के बाद ही उनकी जिम्मेदारी तय होगी।

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