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सीहोर / मध्यप्रदेश के महामहिम राज्यपाल मंगू भाई पटेल मंगलवार को सीहोर जिले के रेहटी तहसील के ग्राम झोलियापुर पहुंचे। वे यहां आयोजित धरती आबा जन भागीदारी अभियान के कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम में ग्रामवासियों की ओर से राज्यपाल मंगू भाई पटेल का भावभीना स्वागत किया गया।
इस अवसर पर राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने कहा कि केंद्र की सरकार द्वारा लगातार कार्य किया जा रहा हैं। विकास की नई गाथा लिखी जा रही है। कहा- भगवान बिरसा मुंडा की 150 जयंती पर यह कार्यक्रम हो रहे हैं। इस कार्यक्रम में राज्यपाल ने हितग्राहियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए। राज्यपाल ने आदिवासी समाज के लिए लगे स्वास्थ्य शिवर का निरीक्षण भी किया और बच्चों को दुलारा। उन्होंने जनजातीय विकास के लिए प्रचार वाहन को भी हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। इस मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामवासी मौजूद थे।
राज्यपाल श्री मंगू भाई पटेल ने धरती आबा अभियान के तहत सीहोर जिले के ग्राम झोलियापुर में आयोजित राज्य स्तरीय शिविर में कहा कि केंद्र सरकार द्वारा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर शुरू किया गया जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान जनजातीय सशक्तिकरण और समावेशी विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का धरती आबा जनभागीदारी अभियान व्यापक स्तर पर देशव्यापी लाभ संतृप्ति अभियान है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2011 में मध्यप्रदेश में जनजातीय आबादी लगभग 01 करोड़ 54 लाख थी जो वर्तमान में लगभग 01 करोड़ 90 लाख हो गई है। धरती आबा अभियान के तहत मध्यप्रदेश के 51 जिलों के 11,377 ग्रामों को शामिल किया गया है। जिनके 18,58,795 जनजातीय परिवारों के नागरिकों को इस राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत विभिन्न योजनाओं एवं सेवाओं से लाभान्वित किया जाएगा। उन्होंने इस राज्य स्तरीय शिविर में विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर राज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल तथा बुधनी विधायक श्री रमाकांत भार्गव ने धरती आबा अभियान के प्रचार-प्रसार के लिए प्रचार रथ को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

राज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा प्रारंभ किए गए धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान का उद्देश्य जनजातीय समुदाय के नागरिकों का कल्याण, सशक्तिकरण और विकास करना है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के 18 मंत्रालय समन्वित रूप से इस अभियान का संचालन कर रहे हैं। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि इस प्रकार के अभियानों कें माध्यम से केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार का यह प्रयास है कि जनजातीय समुदाय के जो नागरिक अभी तक सरकारी की सेवाओं, योजनाओं और सुविधाओं से वंचित रह गए हैं, उन तक इन सभी का लाभ पहुंचाया जा सके। ताकि वे भी देश के विकास में आगे बढ़कर भाग ले सकें और एक सशक्त नागरिक के रूप में देश को विकसित बनाने में अपना अभूतपूर्व योगदान दें। इसी प्रयास को सार्थक करने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार सभी जरूरतमंद नागरिकों के लिए पीएम आवास योजना, आयुष्मान भारत योजना, पीएम उज्ज्वला योजना, एनआरएलएम सहित अनेक योजनाएं संचालित कर रही हैं। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुण्डा देश और जनजातीय समुदाय के अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाले महापुरूष थे, उन्होंने जनजातीय अधिकारों की रक्षा के लिए अपने प्राणों की परवाह नही की।
उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सभी जनप्रतिनिधियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और नागरिकों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार का यह अभियान तभी सार्थक होगा, जब हम सभी मिलकर इस अभियान को सफल बनाने का प्रयास करेंगे। हम सभी का यह दायित्व है कि हम उन सभी जनजातीय समुदाय के नागरिकों को अभियान के तहत लगने वाले शिविरों में जाकर योजनाओं एवं सेवाओं का लाभ लेने के लिए प्रेरित करें और उनकी सहायता करें। उन्होंने कहा कि धरती आबा अभियान के तहत जनजातीय समुदाय के नागरिकों को दिए गए लाभ की मॉनिटरिंग भी की जा रही है और जल्द ही वे इसका अवलोकन करने पुन: सीहोर आएंगे। इस अवसर पर विधायक श्री रमाकांत भार्गव ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में कलेक्टर श्री बालागुरू के. ने धरती आबा अभियान के तहत जिले में संचालित गतिविधियों एवं क्रियान्वयन के संबंध में जानकारी दी। कार्यक्रम के समापन पर जिला पंचायत सीईओ डॉ नेहा जैन ने आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम में अनुसूचित जाति वित्त निगम की अध्यक्ष श्रीमती निर्मला बारेला, जनजातीय कार्य विभाग आयुक्त श्रीमन शुक्ला, बुधनी जनपद अध्यक्ष श्री महेंद्र शर्मा, एसपी श्री दीपक कुमार शुक्ला, डीएफओ श्री मगनसिंह डाबर, रेहटी नगर परिषद अध्यक्ष राजेंद्र पटेल, सलकनपुर ट्रस्ट अध्यक्ष श्री महेश उपाध्याय, बुधनी जनपद पंचायत सदस्य श्रीमती बंजारी बाई, सरपंच श्रीमती कृपा बाई सहित अनेक जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं नागरिक उपस्थित थे।