भोपाल / रतलाम में वीआइपी प्रोटोकॉल में शामिल 19 गाड़ियों में पानी मिला डीजल भरा गया। ऐसे में खाद्य, नागरिक आपूर्ति मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने प्रदेश के सभी पेट्रोल पंप की जांच के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों को ऑयल कंपनियों के साथ बैठक कर कार्रवाई करने को भी कहा है
रतलाम की घटना सामने आने के बाद खाद्य विभाग एसीएस रश्मि अरुण शमी ने 27 जून को ही इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम, हिन्दुस्तान पेट्रोलियम के अधिकारियों की बैठक लेकर जांच रिपोर्ट पेश करने के निर्देश बीपीसीएल को दिए। कहा है कि बारिश के मौसम को देखते हुए ऑयल कंपनियां प्रदेश के सभी पेट्रोल पंप का चेकलिस्ट अनुसार निरीक्षण करें। देखा जाए कि भूमिगत टैंकों में पानी का रिसाव तो नहीं हो रहा। ऐसा पाया जाता है तो पानी के रिसाव को रोकने संबंधी एवं उपभोक्ताओं को सही गुणवता का डीजल और पेट्रोल प्रदाय करने की समस्त कार्यवाही करें।
निर्देश दिए गए कि प्रत्येक पम्प की जांच की जाए। रोजाना सुबह किए जाने वाला निरीक्षण एवं समय-समय पर किए जाने वाले निरीक्षणों की जांच रिपोर्ट ऑनलाइन दर्ज की जाए। इस संबंध में जरूरी सॉफ्टवेयर का निर्माण करने के निर्देश भी दिए गए है। सभी आयल कंपनी के प्रतिनिधियों ने आश्वासन दिया है कि भविष्य में उनकी तरफ से कोई समस्या नहीं आएगी और पेट्रोल पम्पों की संघन जांच की जाएगी। पेट्रोल पम्पों पर आवश्यक नागरिक सुविधाओं जैसे निरूशुल्क हवा, पेय जल, महिला एवं पुरुष के लिए पृथक-पृथक शौचालय की व्यवस्था करने के निर्देश ऑयल कंपनियों को दिए गए।
नहीं मिली मिलावट
जिला आपूर्ति अधिकारी अरुण कुमार तिवारी ने बताया कि 16 पंप चेक किए गए। डीजल टैंक और नजूल से सैंपल लेकर जांच की गई। पानी की मिलावट कहीं नहीं मिली।