पुलिस के रिपोर्ट लिखने में आना कानी कारने पर ग्रामीणों ने अहमदपुर थाने के सामने शरखनकर रिपोर्ट करने मांग करते रहुल पुलिस ने पीड़ितों के जमकर लाठिया भांजी, आधा दजर्न घायल, साढ़े चार घंटे हंगामा चलता रहा।
डीआर न्यूज इंडिया अहमदपुर / पुलिस के रिपोर्ट लिखने में आना कानी कारने पर ग्रामीणों ने अहमदपुर थाने के सामने शव रखकर प्रदर्शन किया, पुलिस ने मृतका के परिजनों पर जमकर लाठियां भंजी, आधा दर्जन घायल के सामने रखनकर रिपोर्ट करने मांग करते रहुल पुलिस ने पीड़ितों के जमकर लाठिया भांजी, आधा दजर्न घायल, साढ़े चार घंटे हंगामा चलता रहा।
नाबालिग छात्रा को बंधक बनाकर रेप, जबरन जहर खिलाया
घटना अहमदपुर क्षेत्र की है। मंगलवार शाम को परिजन ने थाने के सामने बेटी का शव रखकर चक्काजाम कर दिया पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे लोगों पर जमकर लाठियां भांजी, पुलिस की लाठियों से मृतका के नाना साहित आधा दर्जन गंभीर रूप से घायल हुए। पुलिस यही नही रूकी कुछ लोगों को थाने में अंदर ले जाकर भी जमकर पीटा और उनकी मोबाइल , बाइकें भी छीन ली। प्रदर्शन साढ़े चार घंटे चला। सुरक्षा की के मददेनजर दोराहा, श्यामपुर सहित पुलिस लाईन से भी पुलिस बल बुलाना पड़ा। पुलिस ने उन्हें समझाइश दी, लेकिन ग्रामीण प्रदर्शन पर अड़े रहे। सूचना मिलने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक , एसडीएम, एसडीओपी मौके पर पहुचे।

सोमवार को थाना क्षेत्र के मगर्दी खुर्द की कक्षा 12 की नाबालिक छात्रा के गांव के दो लोगों ने रात 11 बजे बहन के साथ पर पानी भरने के दौरान जबरन बंधक कर दुश्कर्म कर ओर कीटनाष दवा पिला दी । पीड़िता ने यहा घटना घर पहुंचकर परिजनों को बताई । परिजन पीड़ित को लेकर अहमदपुर थाना मंगलवार की रात एक बजे की करीब शिकायत करने पहुंचे । पुलिस ने पीड़ित के परिजनों बिना रिपोर्ट लिखे थानो से भगा दिया था। मृतका को परिजन इलाज के लिए भोपाल ले गए। अस्तपाल में छात्रा ने दम तोड़ दिया। इसके बाद मृतका शव लेकर बड़ी संख्या में अहमदपुर थाना पहुंचे और आरोपियों के खिलाफ रिपार्ट लिखकर आरोपियों को पकडने की मांग थाना के सामने शव करने लगे। पुलिस ने जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इसमें 6 लोग घायल हो गए हैं। परिजन आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग कर रहे हैं।
सीहोर में नाबालिग को बंधक बनाकर रेप का मामला सामने आया है। पिता का आरोप है कि दो युवकों ने बेटी को बंधक बनाया और दुष्कर्म के बाद जबरन सल्फास की गोली खिला दी। भोपाल में एक अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
घटना अहमदपुर क्षेत्र की है। मंगलवार शाम को परिजन ने थाने के सामने बेटी का शव रखकर चक्काजाम कर दिया। पुलिस ने उन्हें समझाइश दी, लेकिन ग्रामीण प्रदर्शन पर अड़े रहे। जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इसमें 6 लोग घायल हो गए हैं। परिजन आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग कर रहे हैं।
मामले की सूचना मिलने पर एसडीओपी पूजा शर्मा, अहमदपुर थाना प्रभारी रमनसिंह, श्यामपुर थाना प्रभारी संध्या मिश्रा सहित भारी पुलिस मौके पर पहुंचे। पुलिस मामले में जांच की बात कह रही है।
पिता का आरोप- दो लड़कों ने बंधक बनाया धरने पर बैठे लड़की के पिता का कहना है कि सोमवार रात करीब 11 बजे मेरी दोनों बेटियों पानी भरने गई थीं। कान्हा और जगपाल ने बड़ी बेटी को पकड़ लिया। छोटी बेटी भागकर मेरे पास आई।
उसने मुझे बताया कि दीदी को उन लोगों ने पकड़ लिया है। मैं खाना खा रहा था। बेटी की बात सुनते ही खाना छोड़कर मौके पर पहुंचा। आसपास तलाश कर रहे थे, तभी वह नाबालिग लौट आई, उसकी काफी तबीयत खराब हो रही थी। मैंने पूछा तो बताया कि दोनों ने उसे एक शटर में बंद कर लिया था।
बेटी ने बताया कि उसने दोनों लड़कों से कहा था कि पापा से तुम्हारी हरकत जाकर बताऊंगी। इस पर उन्होंने कहा- तू जिंदा रहेगी, तब तो बताएगी। इसके बाद मुंह में जबरन सल्फास की गोली डाल दी।
आधी रात थाने पहुंचे तो पुलिसवाले ने भगाया
पिता का आरोप है कि वह मामले की शिकायत करने रात 1 बजे अहमदपुर थाने पहुंचे। तीन बार आवाज दी, जब एक पुलिसवाला चैनल गेट खोलकर बाहर निकला। मैंने उसे घटना बताई तो वह बोला, अस्पताल लेकर जा, नहीं तो तुझे भी अंदर डाल दूंगा। इसके बाद वह गेट लगाकर भीतर चला गया। उसने मेरी एक नहीं सुनी।
परिजन बोले-न्याय मांगा तो पुलिस ने हमें ही पीटा
बैरसिया रोड पर बड़ी संख्या में बैठे परिजन का कहना है कि बेटी का रेप करके मर्डर किया गया है। आरोपियों पर पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। हम फांसी की मांग कर रहे हैं। साथ गई छोटी बहन का आरोप है कि हन न्याय की मांग को लेकर बैठे है। पुलिस ने हमें ही पीटा। लाठीचार्ज में 6 लोग घायल हुए हैं।
बच्ची की मृत्यु संदिग्ध परिस्थितियों में होने के चलते विवेचना के दौरान परिजनों के कथन के आधार पर बी एन एस की धारा 64, 66, 123 एवं पोक्सो एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है । ग्रामीणों द्वारा बच्ची के शव को थाने के सामने रखकर कार्यवाही करने की मांग की गई जिस पर पुलिस द्वारा समझाइए दी गई कि आरोपियों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जा रही है जिसे परिजनों द्वारा अंततः मानकर बच्ची का शव थाने से लेकर घर चले गए। प्रकरण के मुख्य आरोपी कान्हा उर्फ़ कुलदीप सोलंकी उम्र 26 साल को गिरफ्तार कर लिया गया है।